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नेटवर्क सिध्दांत (Network Theory): लूप ,नोड तथा नेटवर्क की शाखाए - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 नेटवर्क सिध्दांत क्या है?

विधुत परिपथ का एनालिसिस करने के लिए विभिन्न प्रकार के सिध्दांत का उपयोग करना पड़ता है। नेटवर्क एनालिसिस करने से किसी विशेष कॉम्पोनेन्ट मे प्रवाहित होने वाली विधुत धारा ,वोल्टेज आदि की जानकारी प्राप्त होती है।जब किसी विधुत परिपथ को ज्यामितीय रूप में बनाकर एनालिसिस करना आसान होता है।  इस एनालिसिस के दौरान विभिन्न प्रकार के टर्म का उपयोग किया जाता है जैसे लूप ,नोड ,ब्रांच। इन शब्दों के उपयोग से परिपथ का एनालिसिस करना आसान हो जाता है। इस लेख में हम इन सभी शब्दों को उदहारण के साथ जानने का प्रयास करेंगे। 

विधुत परिपथ में ब्रांच क्या होता है?

किसी विधुत परिपथ में मौजूद कोई भी दो टर्मिनल वाला कॉम्पोनेन्ट ब्रांच कहलाता है जैसे विधुत परिपथ में जुड़ा हुआ वोल्टेज श्रोत ,विधुत धारा श्रोत ,प्रतिरोध ,कुंडली आदि ये सभी ब्रांच (Branch) कहलाते है। इसे साधारण भाषा में इस प्रकार से व्यक्त किया जा सकता है :
कोई भी दो टर्मिनल वाला विधुत एलिमेंट ब्रांच कहलाता है। 

mesh
जैसे ऊपर दिए गए परिपथ में लगे हुए सभी प्रतिरोध ,कुंडली तथा वोल्टेज श्रोत ब्रांच है। जब बहुत बहुत सारे विधुत एलिमेंट एक दुसरे से जुड़े होते है तब इसे  विधुत नेटवर्क कहा जाता है। जब बहुत सारे विधुत नेटवर्क आपस में मिलकर एक बंद पास (Closed Path)  बनाते है तब इसे विधुत परिपथ कहा जाता है। 

विधुत परिपथ में नोड क्या होता है?

किसी विधुत परिपथ में जिस बिंदु पर दो या दो से अधिक ब्रांच मिलती है उसे नोड कहा जाता है। निचे दिए परिपथ में नोड को  बिंदु (डॉट) द्वारा दिखाया  गया है। 
node in circuit
नोड को सामान्यतः बिंदु द्वारा दिखाया जाता है। जब दो या दो से अधिक बिंदु एक अकेले वायर द्वारा शोर्ट सर्किट हो जाते है तब उन्हें एक नोड माना जाता है। जैसे की ऊपर की चित्र में चार बिन्दू को एक अकेले वायर द्वारा जोड़ा गया है इसलिए ये चारो मिलकर एक नोड  बनाते है। जिसे नोड (a) नाम दिया गया है। उसी तरह निचे तीन बिंदु आपस में जुड़कर एक नोड का निर्माण करते है जिसे नोड (b) नाम दिया गया है। इस चित्र में कुल तीन (a,b,c)नोड है। 

विधुत परिपथ में लूप क्या होता है ?

किसी विधुत परिपथ में एक नोड से प्रारंभ कर दुसरे सभी नोड से होते हुए जिसमे कोई भी नोड दो बार सम्मिलित न हो ,को आपस में जोड़ते हुए पुनः प्रारंभिक नोड पर पहुचने से जो बंद पथ बनता है उसे लूप कहा जाता है। लूप निर्माण में कोई भी नोड एक बार से ज्यादा सम्मिलित नहीं किया जाता है। 
लूप
जैसे ऊपर दिए गए परिपथ में बैटरी के धनात्मक सिरे से  प्रारंभ कर नोडा (a) नोड (c) तथा नोड (b) से होते हुए धनात्मक सिरे तक पहुचने से जो बंद परिपथ मिलता है उसे लूप कहा जाता है। लूप को साधारण भाषा में ऐसे परिभाषित किया जा सकता है :

किसी विधुत परिपथ में बंद पथ को लूप कहा जाता है। 

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