एंडरसन ब्रिज क्या है?
यह एक ए०सी ब्रिज है जिसका उपयोग किसी इंडक्टर के स्व प्रेकत्व (Self inductance) मापने के लिए किया जाता है। इसके मदद से किसी भी इंडक्टर का प्रेक्त्व शुध्दता से मापा जा सकता है। यह मैक्सवेल के Inductance CAPACITANCE ब्रिज का मोडिफाई किया हुआ रूप है इसमें परिवर्तनशील CAPACITANCE के स्थान पर नियत CAPACITANCE वाले कैपासिटर का उपयोग किया जाता है।
एंडरसन ब्रिज का निर्माण कैसे किया जाता है?
एंडरसन ब्रिज में चार भुजाए होती है जिसे निचे के चित्र में दिखाया गया है। ब्रिज के भुजा AB में अज्ञात इंडक्टर (L1) को एक प्रतिरोध(R1) के साथ श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है। इस भुजा में प्रतिरोध (r1) इंडक्टर का आंतरिक प्रतिरोध है। अन्य सभी ज्ञात प्रतिरोध भुजा AD में प्रतिरोध (R2)BCमें प्रतिरोध (R3) तथा CD में प्रतिरोध (R4) जुड़े हुए है।
विकर्ण B तथा D के बीच में एक अन्य जंक्शन E है। जंक्शन E तथा D के बीच एक प्रतिरोध (r) जुडा हुआ है। E तथा C के बीच नियत वैल्यू का कैपासिटर C जुडा हुआ है। E तथा B के बीच में एक डिटेक्टर D जुड़ा हुआ है जो B तथा E बीच प्रवाहित होने वाली विधुत धारा को डिटेक्ट करेगा
एंडरसन ब्रिज का कार्य सिध्दांत
माना की
ज्ञात कैपासिटर = C
प्रतिरोध r का वोल्टेज = (Vr)
कैपासिटर का वोल्टेज =(Vc)
ज्ञात प्रतिरोध = (R2, R3, R4)
अज्ञात इंडक्टर का INDUCTANCE =L1
अज्ञात INDUCTOR का आंतरिक प्रतिरोध = r1
जब ब्रिज संतुलन की अवस्था में हो तब किसी भी प्रकार के विधुत धारा का प्रवाह डिटेक्टर D से नहीं होगा। अर्थात
समीकरण (3) से
समीकरण (4) से
समीकरण (5) से
दोनों तरफ से रियल तथा इमेजिनरी पार्ट को आपस में तुलना करने पर
अतः ज्ञात प्रतिरोध के रूप में इंडक्टर के Self Inductance को निम्न तरीके से ज्ञात किया जा सकता है
एंडरसन ब्रिज के लाभ
- एंडरसन ब्रिज में नियत कैपासिटर उपयोग करने से inductance ज्ञात करना आसन हो जाता है।
- मैक्सवेल INDUCTANCE CAPACITANCE ब्रिज के तुलना में एंडरसन ब्रिज में संतुलन स्थापित करना आसान होता है।
- INDUCTANCE के तुलना में CAPACITANCE के रूप में शुद्ध मान ज्ञात होता है।
एंडरसन ब्रिज के हानि
- मैक्सवेल ब्रिज के तुलना में एंडरसन ब्रिज में ज्यादा समीकरण हल करना पड़ता है।
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