यूनिवर्सल मोटर क्या होता है?
यूनिवर्सल मोटर एक विशेष प्रकार की मोटर होती है जो एसी (AC) तथा डीसी (DC) दोनों प्रकार के विधुत सप्लाई पर कार्य करती है। इसकी संरचना बिलकुल डीसी सीरीज मोटर की तरह ही होती है। डीसी तथा एसी पर कार्य करने की वजह से ही इसे यूनिवर्सल मोटर कहा जाता है। चूँकि इसकी फील्ड वाइंडिंग तथा आर्मेचर वाइंडिंग ,दोनों आपस में सीरीज में जुड़े हुए होते है इसलिए इसका स्टार्टिंग टार्क बहुत ज्यादा होता है। स्टार्टिंग टार्क ज्यादा होने की वजह से ही इस मोटर का उपयोग इलेक्ट्रिकल ड्राइव में किया जाता है। सामान परिमाण के वोल्टेज पर यूनिवर्सल मोटर AC की तुलना में DC सप्लाई पर ज्यादा तेज (Fast) चलते है। इसका मुख्य कारण AC वोल्टेज में फ्रीक्वेंसी होने की वजह से वाइंडिंग का कुल आंतरिक प्रतिबाधा का प्रतिघात (Reactance) उत्पन्न हो जाने की वजह से बढ़ जाना है।
यूनिवर्सल मोटर की कंस्ट्रक्शन कैसे होती है?
अन्य सभी मोटर के सामान ही इसका भी दो मुख्य भाग होता है जिसे स्टेटर तथा रोटर कहा जाता है। स्टेटर स्थिर तथा रोटर घुमने वाला भाग होता है। स्टेटर पर फील्ड पोल जुड़े हुए होते है जिन पर फील्ड वाइंडिंग चढ़ाई जाती है। AC पॉवर सप्लाई की वजह से उत्पन्न होने वाली एड्डी करंट तथा हिस्टैरिसीस लोस (Hysteresis Loss) को कम करने के लिए आर्मेचर तथा फील्ड परिपथ को लैमिनेट किया जाता है। यूनिवर्सल मोटर के रोटर के बाहरी सतह पर खांचे बनाई हुई होती है और इन्ही खांचो में आर्मेचर वाइंडिंग को रखा जाता है। जैसे की निचे के चित्र में दिखाया गया है। आर्मेचर वाइंडिंग के टर्मिनल को Commutation की मदद से बाहर निकाला जाता है।
यूनिवर्सल मोटर कैसे कार्य करता है?
जैसे की हमने उपर देखा की यह एक विशेष प्रकार का मोटर होता है जो एसी तथा डीसी दोनों प्रकार के विधुत सप्लाई पर कार्य करता है। अतः दोनों प्रकार के विधुत सप्लाई पर इसके कार्य करने की प्रक्रिया को एक एक क्र देखते है।
डीसी सप्लाई पर यूनिवर्सल मोटर का कार्य
जब यूनिवर्सल मोटर को डीसी सप्लाई से जोड़ा जाता हसी , तो यह डीसी सीरीज मोटर के रूप में काम करता है। ऐसे में जब फील्ड वाइंडिंग में डीसी करंट प्रवाहित होता है तो इस करंट की वजह से एक विधुत चुंबकीय फ्लक्स उत्पन्न होता है। यही विधुत धारा जब रोटर के आर्मेचर से प्रवाहित होती है तब आर्मेचर के चालक पर एक बल कार्य करने लगता है क्योकि हम सभी जानते है की जब किसी चालक से विधुत धारा का प्रवाह होता हो और उसे चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाए तब वह अपने ऊपर बल का अनुभव करता है और इस बल को लोरेन्ज बल कहा जाता है। इस प्रकार उत्पन्न हुए बल की वजह से रोटर घुमने लगता है। इस बल की दिशा फ्लेमिंग के बाए हाथ के नियम से ज्ञात किया जाता है।
एसी सप्लाई पर यूनिवर्सल मोटर का कार्य
जब यूनिवर्सल मोटर को AC सप्लाई से जोड़ा जाता है तब इसके आर्मेचर पर Unidirectional टार्क उत्पन्न होने लगता है जिससे यह एक ही दिशा में गति करने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि यूनिवर्सल मोटर में स्टेटर फील्ड वाइंडिंग तथा आर्मेचर वाइंडिंग दोनों एक दुसरे के साथ सीरीज में जुड़े हुए होते है इसलिए जब जब फील्ड वाइंडिंग में प्रवाहित होने वाली AC की Polarity बदलती है ठीक उसी समय आर्मेचर में प्रवाहीत होने वाली विधुत धारा की Polarity भी बदल जाती है। जिसके परिणामस्वरूप रोटर पर उत्पन्न होने वाली टार्क के परिमाण तथा दिशा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और यह नियत गति से एक दिशा में घूमते रहता है।
यूनिवर्सल मोटर के उपयोग क्या है?
यूनिवर्सल मोटर के निम्न उपयोग है:-
- इसका उपयोग टेबल पंखा में किया जाता है।
- इसका उपयोग हेयर ड्रायर में किया जाता है।
- इसका उपयोग मिक्सर मशीन में किया जाता है।
- इसका उपयोग ड्रिल मशीन में किया जाता है।
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