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Diesel Power Plant in hindi : परिचय ,संरचना ,लाभ तथा हानि - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 डीजल पॉवर प्लांट क्या होता है?

यह ऐसा पॉवर प्लांट होता है जिसमे विधुत उर्जा उत्पादन के लिए डीजल का उपयोग किया जाता है। इसमें डीजल इंजन का उपयोग जनरेटर को घुमाने के लिए किया जाता है। जब डीजल इंजन से जुडा हुआ जनरेटर घुमाता है तब उससे विधुत उर्जा का उत्पादन होता है। डीजल का मुख्य रूप से उपयोग होने के कारण इसे डीजल पॉवर प्लांट कहा जाता है। 
डीजल इंजन का उपयोग छोटे स्तर पर विधुत उर्जा के उत्पादन के लिए किया जाता है। इमरजेंसी में जब पॉवर ग्रिड कार्य नहीं करता है तब डीजल इंजन के मदद से विधुत उर्जा का उत्पादन किया जाता है। छोटे स्तर पर डीजल इंजन के मदद से विधुत उर्जा उत्पादन के लिए विशेष प्रकार के मशीन बनाया जाता है जिसे DG अर्थात डीजल जनरेटर सेट कहा जाता है। 
सामान्यतः डीजल पॉवर प्लांट की क्षमता 2 से 50 मेगावाट होती है। इसका उपयोग हाइड्रो पॉवर प्लांट या स्टीम पॉवर प्लांट पर अचानक बढे हुए उर्जा डिमांड को पूरा करने के लिए किया जाता है। लेकिन आज के वर्तमान परिवेश में डीजल के दाम में बढ़ोतरी के कारण इसका उपयोग लगभग न के बराबर किया जा रहा है। 

डीजल पॉवर प्लांट की संरचना कैसी होती है?

डीजल पावर प्लांट में जेनेरेटर  के अतिरिक्त अन्य दुसरे महत्वपूर्ण भाग भी होते है। जैसे :-
  • इंधन सप्लाई सिस्टम (Fuel Supply System)
  • हवा सप्लाई सिस्टम (Air Supply System)
  • हवा निकासी सिस्टम (Exhaust System)
  • कुलिंग सिस्टम (Cooling System)
  • इंजन स्टार्टिंग सिस्टम (Engine Starting System)

इंधन सप्लाई सिस्टम क्या होता है ?

इंधन सप्लाई सिस्टम में दो टैंक होते है। पहले वाले टैंक में इंधन भरा हुआ होता है। इसे मुख्य टैंक कहा जाता है। दूसरा टैंकखाली रहता है। इसे ड्राई टंक कहा जाता है। मुख्य टैंक से इंधन एक पाइप के द्वारा ड्राई टैंक को भेजा जाता है।इंधन में मौजूद अशुद्धी को ड्राई टैंक में छान लिया जाता है। अशुद्धि को इंधन से दूर करने के बाद इसे इंजन में भेजा जाता है जहा इसका दहन होता हैं। कभी कभी ज्यादा मात्रा में इंधन मुख्य टैंक से ड्राई टैंक में प्रवाहित हो जाता है इससे ड्राई टैंक भर जाता है। जिससे इंधन बाहर गिरने लगता है। इस Over Flow की समस्या को दूर करने के लिए ड्राई टैंक को एक दुसरे पाइप द्वारा मुख्य पाइप से जोड़ दिया जाता है। 

हवा सप्लाई सिस्टम क्या होता है?

इस सिस्टम का मुख्य कार्य फ्रेश हवा को दहन वाले क्षेत्र में पहुचाना होता है। एक लंबी पाइप द्वारा वातावरण से फ्रेश हवा को ,जिस स्थान पर डीजल का दहन होता है वहा पर भेजा जाता है। पूर्ण हवा के मौजूदगी में डीजल का पूर्ण दहन होता है जिससे ज्यादा मात्रा में उर्जा उत्पन्न होता है। दहन क्षेत्र में हवा को भेजने से पहले फ़िल्टर द्वारा फ़िल्टर किया जाता है। यदि इस हवा को फ़िल्टर नहीं किया तब इसमें मौजूद ठोस कण दहन क्षेत्र में समस्या उत्पन्न करते है। 

हवा निकासी सिस्टम क्या होता है ?

इंजन के अंदर डीजल के दहन के बाद उत्पन्न हुए गैस को बाहर निकालने के लिए एक विशेष प्रकार की व्यवस्था किया जाता है जिसे एग्जॉस्ट सिस्टम कहा जाता है। 

कुलिंग सिस्टम क्या होता है?

डीजल इंजन में ,इंधन के जलने से उर्जा उत्पन्न होती है। जिससे इंजन से जुड़े अन्य दुसरे भाग गर्म हो जाते है। यदि इंजन लम्बे समय तक चलता है तब इसका तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है। यदि इस तरह से इंजन के पुरजो का तापमान बढ़ता गया तब कुछ समय बाद मशीन कार्य करना बंद कर सकता है। अर्थात मशीन को लगातार कार्य करते रहने के लिए इसके तापमान को एक निश्चित बिंदु से ऊपर नही होना चाहिए। मशीन के तापमान को एक निश्चित मान तक बनाए रखने के लिए एक विशेष प्रकार के सिस्टम का उपयोग किया जाता है जिसे कुलिंग सिस्टम कहा जाता है। 
कुलिंग सिस्टम के लिए पानी श्रोत ,वाटर पंप तथा कुलिंग टावर की जरुरत पड़ती है। वाटर पंप द्वारा पानी को बेलनाकार पाइप द्वारा डीजल इंजन से दूर कुलिंग टावर तक पहुचाया जाता है। इंजन से निकला हुआ गर्म पानी जब कुलिंग टावर तक पहुचता है तब यह संघनन की प्रक्रिया से ठंडा होता है। जिसे पुनः दुसरे वाटर पंप द्वारा डीजल इंजन तक पंहुचा दिया जाता है। 

इंजन स्टार्टिंग सिस्टम क्या होता है?

डीजल इंजन को चालू अर्थात स्टार्ट करने के लिए उसके शाफ़्ट को पहले  घुमाया जाता है। उसके बाद ही यह स्टार्ट होता है। छोटे स्तर के इंजन को स्टार्ट करने के लिए हैंडल का उपयोग किया जाता है। लेकिन बड़े स्तर के डीजल इंजन को स्टार्ट करने के लिए डीसी मोटर या कंप्रेस्ड एयर का उपयोग किया जाता है। 

डीजल इंजन पॉवर प्लांट के लाभ क्या है?

डीजल इंजन पॉवर प्लांट के निम्न लाभ है :-
  • इसका डिजाईन बहुत ही साधारण और आसान होता है। 
  • इसको स्थापित करने के लिए बहुत ही कम स्थान की जरुरत पड़ती है। 
  • यह बहुत ही आसानी से स्टार्ट हो जाता है। 
  • इसे जरुरत के हिसाब से स्टार्ट या बंद किया जा सकता है। 
  • इस पॉवर प्लांट के लिए छोटे स्तर के कुलिंग सिस्टम की जरूरत पड़ती है। 
  • इसकी शुरुवाती लागत बहुत कम होता है। 
  • कोयला थर्मल पॉवर प्लांट की तुलना में इसकी दक्षता बहुत ज्यादा होती है। 

डीजल इंजन पॉवर प्लांट के हानि क्या है?

डीजल पॉवर प्लांट के निम्न हानि है :-
  • इसमें उपयोग किये जाने वाली इंधन डीजल कोयला की तुलना में बहुत महंगा होता है। 
  • इससे छोटे स्तर पर ही विधुत उर्जा का उत्पादन किया जा सकता है। 
  • इसमें उपयोग किये जाने वाले लुब्रिकेंट महंगा होता है। 
  • ओवर लोड में यह बढ़िया से कार्य नहीं करता है। 
  • इसका मेंटेनेंस बहुत ही जटिल तथा महंगा होता है। 

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