इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में क्या अंतर होता है?
इलेक्ट्रिकल तथा इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में मुख्य अंतर यह होता है की इलेक्ट्रिकल डिवाइस विधुत उर्जा को उर्जा के दुसरे रूप (जैसे प्रकाश उर्जा ,ध्वनि उर्जा ,उष्मीय उर्जा आदि ) में बदलता है या इसके विपरीत उर्जा के अन्य रूप को विधुत उर्जा में बदलता है।जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस किसी विशेष कार्य को करने के लिए परिपथ में प्रवाहित होने वाले इलेक्ट्रॉन्स के बहाव को नियंत्रित करते है। विधुत बल्ब ,जनरेटर ,सोल्डरिंग आयरन,मोटर ,ट्रांसफार्मर आदि इलेक्ट्रिकल डिवाइस के उदहारण है जबकि ट्रांजिस्टर,मोस्फेट ,रेसिस्टर ,कैपासिटर आदि इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है।
इलेक्ट्रिकल डिवाइस क्या होता है?
वैसे विधुतीय उपकरण जो विधुत उर्जा को उर्जा के अन्य दुसरे रूप में या उर्जा के दुसरे रूप को विधुत उर्जा में बदले उन्हें इलेक्ट्रिकल डिवाइस या इलेक्ट्रिकल मशीन कहते है। इलेक्ट्रिकल डिवाइस का आकार तथा वजन इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस की तुलना में बहुत ही ज्यादा होता है। इलेक्ट्रिकल डिवाइस को बनाने के लिए धातु तथा अधातु की जरुरत पड़ती है। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रिकल डिवाइस में विधुत उर्जा का ह्रास (loss) बहुत ज्यादा होता है। ये ए०सी तथा डीसी दोनों पर करने वाले विधुतीय उपकरण होते है। जैसे डीसी मोटर ,एoसी मोटर , ट्रांसफार्मर ,आयरन आदि
इलेक्ट्रिकल डिवाइस की विशेषताए
- इलेक्ट्रिकल डिवाइस को उर्जा स्तर पर परिभाषित किया जाता है।
- ये वजन तथा आकार में बड़े होते है।
- इलेक्ट्रिकल डिवाइस में विधुत धारा प्रवाह के लिए धातुई चालक का उपयोग किया जाता है।
- ये एoसी तथा डीसी दोनों पर कार्य करने वाले होते है।
- ये डिवाइस हाई वोल्टेज पर कार्य करते है।
- ये ज्यादा मात्रा में विधुत उर्जा का उपयोग करते है।
- इलेक्ट्रिकल डिवाइस को इंस्टाल करने के लिए ज्यादा जगह की जरुरत पड़ती है।
- ये इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस की तुलना में ज्यादा खतरनाक (Danger) होते है।
इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस क्या होता है?
वैसे विधुत उपकरण जो किसी विशेष कार्य के लिए बनाये गए परिपथ में प्रवाहित होने वाले आवेश वाहक इलेक्ट्रॉन्स के प्रवाह को नियंत्रित करते है उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस कहते है। विधुत क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन्स के गति तथा इसके व्यवहार का अध्ययन ही इलेक्ट्रॉनिक्स कहलाता है। इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को दो वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है :-
- एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस
- पैसिव इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस
एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस ऐसे डिवाइस होते है जो विधुत परिपथ में विधुत उर्जा डिलीवर करते है जबकि पैसिव इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस विधुत परिपथ में विधुत उर्जा का उपभोग करते है। इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस आकार में छोटे होते है। जैसे डायोड। ट्रांजिस्टर ,मोस्फेट ,ट्रांजिस्टर आदि
इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस की विशेषताए
- इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को इलेक्ट्रॉन्स स्तर पर परिभाषित किया जाता है।
- ये वजन तथा आकार में छोटे होते है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस में विधुत धारा प्रवाह चालक या अर्द्धचालक का उपयोग किया जाता है।
- ये डीसी पर कार्य करने वाले होते है।
- ये डिवाइस लो वोल्टेज पर कार्य करते है।
- ये बहुत कम मात्रा में विधुत उर्जा का उपयोग करते है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को इंस्टाल करने के लिए बहुत ही कम जगह की जरुरत पड़ती है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस खतरनाक (Danger) नहीं होते है।
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