555 टाइमर IC क्या है?
यह एक 8 पिन वाला IC होता है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के विधुत परिपथ (Circuit) में टाइम डिले ,पल्स जैसे (स्क्वायर वेव ,Triangular Wave) उत्पादन के साथ साथ Oscillator में किया जाता है। इस IC को डायोड ,ट्रांजिस्टर ,रेसिस्टर तथा फ्लिप फ्लॉप के कॉम्बिनेशन ने बनाया जाता है। इस IC को Signetics ने पहली बार बनाया तथा 1972 में Commercially लांच कर दिया। इस IC का मुख्य Functional पार्ट वोल्टेज डिवाइडर ,Comparator तथा फ्लिप फ्लॉप सर्किट होता है। 2017 जारी किये गए एक आकडे में पाया गया की दुनिया में प्रति वर्ष 10 मिलियन से भी ज्यादा 555 टाइमर IC का उत्पादन होता है। इतनी ज्यादा मात्र में और किसी भी प्रकार के IC का उत्पादन नहीं होता है।
555 टाइमर IC की कार्य प्रक्रिया
यह IC तीन मोड में कार्य करता है। तकनीशियन तथा इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनियर 555 टाइमर IC का उपयोग सर्किट डिजाईन के अनुसार करते है। यह IC जिन तीन मोड में कार्य करता है वे निम्न है :-
- Astable मोड
- Stable मोड
- Bistable Mode
Astable मोड क्या होता है?
आपने देखा होगा की लाइटिंग के लिए जब डेकोरेशन होता है तब अलग अलग प्रकार के रंग बिरंगे बल्ब एक निश्चित समय अन्तराल पर जलते है और फिर बंद हो जाते है। बल्ब का इस प्रकार जलना Astable मोड कहलाता है। जब 555 टाइमर IC को Astable मोड में जोड़ा जाता है तब उसके आउटपुट टर्मिनल से एक निश्चित समय बाद वोल्टेज उत्पन्न होता है और फिर बंद हो जाता है। अगर इस समय इस टर्मिनल से किसी बल्ब को जोड़ दिया जाए तब वह बल्ब ही जलेगा फिर बुझेगा। बल्ब बुझने और जलने के समय अंतराल को पिन संख्या 5 ,6 तथा 7 से जुड़े रेजिस्टेंस तथा कैपासिटर से निर्धारित किया जाता है। डिजिटल सर्किट में लगे दुसरे IC को कण्ट्रोल करने के Square Wave भी 555 टाइमर सर्किट से उत्पन्न किया जाता है। pulse उत्पादन के लिए भी Astable मोड का उपयोग किया जाता है।
Stable मोड क्या होता है?
इस मोड में भी Pulse तथा Square Wave को उत्पादन होता है लेकिन इस मोड में उत्पादित होने वाले Pulse या Wave की लम्बाई निश्चित होती है। अर्थात एक निश्चित आयाम (Amplitude) तथा समय अंतराल के Wave उत्पन्न करने के लिए 555 टाइमर IC को Stable मोड में उपयोग किया जाता है।
Bistable मोड क्या होता है?
इस मोड को Schmitt trigger मोड भी कहा जाता है। इस मोड में 555 IC stable तथा Astable दोनों मोड में कार्य करने के लिए बनाया जाता है। यदि किसी कंडीशन में IC Stable आउटपुट दे रहा है और किसी बाहरी कारण के वजह से डिस्टर्ब हो गया तब यह दुबारा शून्य से स्टार्ट होकर अपने Astable वैल्यू पर पहुचेगा। 555 IC इस मोड में बहुत ही कम उपयोग किया जाता है।
555 टाइमर IC का PIN Configuration
इस IC चिप में कुल 8 पिन होते है। प्रत्येक पिन का अपना एक कार्य होता है। IC के पिन Configuration को निचे दिए फिगर में दिखाया गया है :-
Pin -1 :- यह पिन ग्राउंड पिन कहलाता है। इसका उपयोग 0 वोल्ट डीसी सप्लाई के लिए किया जाता है।
Pin -2 :- यह ट्रिगर पिन कहलाता है। इस पिन का मुख्य कार्य फ्लिप फ्लॉप को सेट(S) तथा री सेट(R) करना होता है। 555 IC के आउटपुट टर्मिनल पर प्राप्त Pulse का आयाम (amplitude) ट्रिगर पिन पर अप्लाई किये गए वोल्टेज के आयाम पर निर्भर करता है।
Pin -3 :- यह 555 IC का आउटपुट पिन होता है।
Pin -4:- यह पिन री सेट पिन कहलाता है। इसका उपयोग IC को दुबारा शुरू से कार्य करने के लिए किया जाता है। जब इस पिन पर वोल्टेज अप्लाई किया जाता है तब यह IC को शुरू से स्टार्ट कर देता है।
Pin-5:- इस पिन को वोल्टेज कण्ट्रोल पिन कहा जाता है क्योकि इसके मदद से आउटपुट में प्राप्त होने वाली Wave के वोल्टेज को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। जब इस पिन पर बाहर से कोई वोल्टेज आरोपित किया जाता है तब आउटपुट wave का वोल्टेज लेवल भी बढ़ जाता है।
Pin-6:- इस पिन को thresold Pin कहा जाता है। फ्लिप फ्लॉप का सेट (S) अवस्था इस पिन पर आरोपित वोल्टेज पर निर्भर करती है।
Pin-7:- इस पिन को डिस्चार्ज पिन कहा जाता है। जब ओपन कलेक्टर किसी समय अन्तराल में कैपासिटर को डिस्चार्ज कर रहा होता है उस समय यह आउटपुट को हाई से लो कर देता है।
Pin-8:- यह IC का Supply Pin होता है। IC को कार्य करने के लिए यह से 4.5 वोल्ट se 18 वोल्ट तक का डीसी सप्लाई यही से दिया जाता है।
555 IC के विशेषताए
- यह +5 वोल्ट से +18 वोल्ट डीसी सप्लाई पर कार्य कर सकता है।
- इसके टर्मिनल से आउटपुट विधुत धारा का परिमाण 200 mA होता है।
- जब या +5 V पर कार्य करता है तब 3 mA विधुत धारा श्रोत से लेता है।
- यह 70 डिग्री centigrate तापमान पर आसानी से कार्य करता है।
- जब या +5 V पर कार्य करता है तब इसका ट्रिगर वोल्टेज 1.6V होता है।
555 IC के उपयोग
- इसका उपयोग Sequential सर्किट में टाइमिंग के लिए किया जाता है।
- पल्स उत्पादन के लिए
- सर्किट में टाइम डिले करने के लिए
- Square Wave उत्पन्न करने के लिए
- इन्वर्टर में ट्रांजिस्टर को ऑन ऑफ करने के लिए
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