Inductance क्या होता है?
Inductance किसी चालक का वह गुण है जो चालक से प्रवाहित विधुत धारा में होने वाले परिवर्तन का विरोध करता है। यह लगभग सभी चालक में पाया जाता है। यह एक भौतिक राशि है जिसका SI मात्रक हेनरी होता है।इसे अंग्रेजी के बड़े अक्षर L द्वारा इंगित किया जाता है।
जब किसी Coil जिसको की कुंडली कहते है में कोई प्रत्यावर्ती विधुत धारा को प्रवाहित किया जाता है तब इसमें एक प्रत्यावर्ती प्रवृति का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। यह समय के साथ बदलने वाली चुंबकीय क्षेत्र इस Coil के साथ लिंक होकर इसमें एक EMF उत्पन्न कर देता है जो Coil से प्रवाहित होने वाली प्रत्यावर्ती विधुत धारा का विरोध करता है। विधुत धारा का विरोध करने का यह गुण Inducatnce या Self Inductance कहलाता है। Coil में इस प्रकार उत्पन्न EMF की प्रक्रिया Self Induction कहलाती है।
चूँकि कुंडली में EMF प्रवाहित होने वाली विधुत धारा का विरोध करने के लिए उत्पन्न होता है इसलिए इसे कभी कभी BACK EMF भी कहा जाता है क्योकि इसकी Polarity प्रवाहित होने वाली विधुत धारा के विपरीत होती है।
किसी चालक का Inductance चालक से प्रवाहित विधुत धारा के मान(Value) को पूर्ण रूप से रोक नहीं पाता है परन्तु इसमें होने वाली परिवर्तन के समय को बढ़ा देता है। Inductance का प्रभाव केवल प्रत्यावर्ती विधुत धारा (AC) पर पड़ता है। Inductance दिष्ट धारा (DC) को प्रभावित नहीं करता है।
Inductance ज्ञात करने का समीकरण
चूँकि Inductance एक भौतिक राशि है इसलिए इसका अपना एक आंकिक मान (Numerical Value) होता है। Coil में उत्पन्न EMF तथा विधुत धारा के परिवर्तन के दर के बीच सबसे पहले संबंध को रसियन वैज्ञानिक एमिल लेन्ज ने स्थापित किया था जिसको लेन्ज के नियम से जाना जाता है।
इस नियम के अनुसार किसी Coil उत्पन्न होने वाली EMF उसमे होने वाली विधुत धारा के परिवर्तन के दर के समानुपाती होता है।
यदि उत्पन्न EMF E तथा प्रवाहित होने वाली विधुत धारा का परिमाण I हो तब इसे निम्न तरीके से गणितीय रूप में लिखा जा सकता है
ऊपर के समीकरण को सरल करने पर निम्न समीकरण प्राप्त होंगे
यहाँ L एक नियतांक है जिसको Coil का Inductance कहते है। इस फार्मूला के मदद से किसी Inductor का Inductance ज्ञात किया जाता है। इस फार्मूला के मदद से Inducatnce के मात्रक हेनरी को निम्न तरीके से परिभाषित किया जा सकता है।
यदि किसी Coil में Induced EMF का परिमाण एक वोल्ट (1 V) तथा विधुत धारा परिवर्तन की दर एक ऐम्पिअर प्रति सेकंड (1 A/s ) तो उस Inductor या Coil का Inductance एक हेनरी (1 H) होगा।
जब किसी लोहे के टुकडे पर कॉपर या एल्युमीनियम के पतले पतले तार के फेरो को चढ़ाकर Inductor बनाया जाता है। इस प्रकार बनाये गए Inductor के Inductance को निम्न फार्मूला द्वारा ज्ञात किया जाता है:-
इस फार्मूला में
L = Inductor का Inductance है।
N = लोहे परे लपेटे गए फेरो की संख्या है।
I = फेरो से प्रवाहित होने वाली विधुत धारा है।
φ = फेरो में उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स है।
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