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Arc Extinction in Hindi | सर्किट ब्रेकर में उत्पन्न होने आग की चिंगारी को कैसे बुझाते है ?

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सर्किट ब्रेकर में आग की चिंगारी कैसे उत्पन्न होती है ?

जब सर्किट ब्रेकर में विधुत धारा वहन करने वाले कांटेक्ट थोड़े समय के लिए अलग होते है तब  उनके बीच आग की लपटे या चिंगारी देखने को मिलती है। चूँकि यहाँ उत्पन ऊर्जा आग के रूप में होती है इसलिए यह खतरनाक होती है। अगर इन्हे नियंत्रित नहीं किया गया तब ये विस्फोट हो सकती है जिससे बड़ा नुकसान हो सकता है। जब दोनों कांटेक्ट एक दूसरे से अलग होते है उस वक्त उनके बीच बहुत ज्यादा वोल्टेज ग्रेडिएंट उत्पन्न हो जाता है जो उनके बीच मौजूद वायु के परमाणुओं पर एक विधुत बल आरोपत करता है जिससे इलेक्ट्रान निकलने लगते है जो आग की लपट या चिंगारी के  रूप में दिखाई देते है। 
वैसे सर्किट ब्रेकर का निर्माण इस प्रकार से किया जाता है की यह उत्पन्न होने वाली आग के लपटों पर आसानी से काबू पा  लेता है किसी भी प्रकार के दुर्घटना के संभावना को समाप्त कर देता है। ए०सी तथा डीसी दोनों प्रकार के करंट के कारण कांटेक्ट के बीच चिंगारी उत्पन्न होती है। डीसी करंट की तुलना में ए०सी करंट से उत्पन्न होने वालीआग की लपट नियंत्रित करना आसान होती है क्योकि ए०सी करंट एक समय अंतराल में एक बार शून्य होता है। 

 सर्किट ब्रेकर में उत्पन्न चिंगारी को नियंत्रित करने की तरीका  

प्रयोग द्वारा यह देखा गया है की उत्पन्न होने वाली आग की लपटों की तीव्रता या चालकता आयनीकरण के द्वारा प्रति क्यूबिक सेंटीमीटर उत्पन्न इलेक्ट्रान तथा आग के लपट की मोटाई के समानुपाती होता है तथा इसके विपरीत लपट के लंबाई व्युत्क्रमानुपाती होता है। ऊपर बताये गए तीनो पैरामीटर उत्पन्न चिंगारी को प्रभावित करते है। इनमे से किसी भी एक को नियंत्रित कर चिनगरी को आसनी से बुझाया जा सकता है। आग को बुझाने के लिए दो प्रकार के तरीका का उपयोग किया जाता है :
  • हाई रेजिस्टेंस तरीका 
  • जीरो करंट इंटरप्टशन तरीका 

हाई रेजिस्टेंस तरीका 

इसमें आग की लपटों को ऐसे नियंत्रित किया जाता है जिसमे दोनों कांटेक्ट के बीच का प्रभावी प्रतिरोध समय के साथ बढ़ता रहता है। प्रतिरोध बढ़ने की वजह से डिस्चार्जिंग विधुत धारा का परिणाम घटने लगता है और नए इलेक्ट्रान उत्पन्न नहीं होते है। ब्रेकर के अंदर निम्न तरीके से प्रतिरोध को बढ़ाया जा सकता है :
  • अर्क या चिंगारी को ठंडा कर 
  • अर्क के लंबाई को बढाकर 
  • अर्क के मोटाई को कम कर 
  • आग के लपटों को छोटे खंडो में बाटकर 

जीरो करंट इंटरप्टशन तरीका

 यह तरीका केवल ए०सी विधुत में कार्य करता है क्योकि प्रत्यावर्ती विधुत धारा(50 Hz) एक सेकंड में 100 बार शून्य होती है। यह AC सर्किट में उत्पन्न आग की लपट को बुझाने के मामले में सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक है क्योंकि करंट को फिर से बढ़ने  नहीं देता है।

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