इंटरनल कम्बशन इंजन: परिभाषा, कार्य सिद्धांत तथा अनुप्रयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

ICE in hindi

इंटरनल कम्बशन इंजन किसे कहते है ?

यह एक विशेष प्रकार का इंजन है जिसमे ईंधन के जलने से उत्पन्न उष्मीय ऊर्जा का रूपांतरण यांत्रिक ऊर्जा में होता है। इसमें एक पूर्ण रूप से बंद सिलिंडर होता है जिसमे पिस्टन लगा रहता है। इस बंद सिलिंडर में ईंधन तथा हवा के मिश्रण को प्रवाहित किया जाता है जिसमे मिश्रण का दहन होता है। इंटरनल कम्बशन इंजन को हिंदी में अंतर्दहन इंजन कहते है।

अंतर्दहन इंजन के मुख्य भाग (Component of IC Engine)

इंटरनल कम्बशन इंजन के निर्माण में बहुत से कम्पोनेट का इस्तेमाल किया जाता है जिनमे से कुछ की व्याख्या नीचे की गई है :
  • दहन कक्ष: इंजन का वह भाग जिसमे ईंधन तथा हवा के मिश्रण का दहन होता है।
  • पिस्टन: एक हिलने-डुलने वाला भाग जो मिश्रण के दहन से निकली उष्मीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
  • कनेक्टिंग रॉड: एक रॉड जो पिस्टन को क्रैंकशाफ्ट से जोड़ती है।
  • क्रैंकशाफ्ट: एक रोटरी शाफ्ट जो पिस्टन की गति को घूर्णन  गति में बदलता है।
  • वाल्व: वाल्व दहन कक्ष में प्रवाहित गैसों के प्रवाह को नियंत्रित करता हैं।
  • स्पार्क प्लग: एक इलेक्ट्रिकल डिवाइस जो मिश्रण को प्रज्वलित करने के लिए चिंगारी उत्पन्न करता है।

अंतर्दहन इंजन का कार्य (Working of IC Engine)

  • इंजेक्शन: ईंधन और ऑक्सीजन के मिश्रण को दहन कक्ष में इंजेक्ट करने की प्रक्रिया इंजेक्शन कहलाती  है। IC इंजन में सबसे पहले मिश्रण को इंजेक्ट किया जाता है। 
  • संपीड़न: इंजेक्शन के बाद पिस्टन द्वारा मिश्रण को संपीड़ित किया जाता है जिससे  मिश्रण के तापमान और दाब में वृद्धि होती  है।
  • दहन: जब मिश्रण का दाब और तापमान उच्च होता है तब स्पार्क प्लग द्वारा उत्पन्न चिंगारी से मिश्रण जलने लगती जिससे ज्यादा मात्रा में उष्मीय ऊर्जा उत्पन्न होती है।
  • विस्तार: दहन से निकली ऊर्जा गैसों को फैलने के लिए मजबूर करती है, जिससे पिस्टन पर दबाव बढ़ता है और पिस्टन नीचे के तरफ घूमने धकेल दिया जाता है।
  • निकास: मिश्रण के पूर्ण दहन के उपरांत  निकास वाल्व खुलता है और जली हुई गैस  इंजन से बाहर निकल जाती है।  
  • एग्जॉस्ट स्ट्रोक: जली हुई गैस निकलने के  बाद  पिस्टन ऊपर की ओर उठता है, जिससे इंजन के लिए नए  चक्र की शुरुआत होती है। 

अंतर्दहन इंजन उपयोग 

IC इंजन का उपयोग निम्न स्थानों पर किया जाता है :
  • ऑटोमोबाइल्स: कार, ट्रक, बस, मोटरसाइकिल आदि में यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न करने लिए अंतर्दहन इंजन का उपयोग किया जाता है। 
  • एयरोस्पेस: हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर आदि में अंतर्दहन इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। 
  • समुद्री परिवहन: जहाज, नाव आदि में भी अंतर्दहन इंजन उपयोग किया जाता है। 
  • कृषि यंत्र: ट्रैक्टर, हार्वेस्टर में अंतर्दहन इंजन का उपयोग किया जाता है। 
  • बिजली उत्पादन: जनरेटर  में IC इंजन का उपयोग किया जाता है। 

यह भी पढ़े 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Star Delta Starter :- परिभाषा ,कार्य सिद्धान्त तथा उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

Active ,Reactive and Apparent Power In Hindi

Energy meter in Hindi : परिभाषा ,संरचना ,कार्य सिद्धांत तथा उपयोग -हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी