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टिम्बर : परिभाषा ,प्रकार ,गुण ,उपयोग के लाभ एवं हानि - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

टिम्बर किसे कहते है?

लकड़ी का वह प्रकार जिसका उपयोग घर या मकान के निर्माण में किया जाता है उसे Timber कहते है। इसे  हिंदी में इमारती लकड़ी कहते है। कनाडा और अमेरिका में इसे लंबर (Lumber) कहते है। मकान निर्माण में लकड़ी का उपयोग मुख्य भार को वहन करने के लिए किया जाता है। पुराने समय में लोग घर निर्माण में लकड़ी का ही उपयोग करते थे। आधुनिक समय में भवन निर्माण के लिए विशेष डायमेंशन वाले लकड़ी का उपयोग स्ट्रक्चर निर्माण के वक्त किया जाता है। इसलिए एक सिविल इंजीनियर को टिम्बर की जानकारी रखना जरुरी हो जाता है। 
timber

टिम्बर का प्रकार (Types of Timber)

टिम्बर को मुख्य रूप से दो वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है जो निम्न है :
  • नरम लकड़ी (सॉफ्टवुड )
  • कठोर लकड़ी (हार्डवुड )

नर्म लकड़ी (Softwood )

वैसी लकड़ी जो ज्यादा कठोर नहीं होती है ,जिसका घनत्व बहुत ही कम होता है तथा आसानी से आग में जलने लगती है उसे नर्म लकड़ी की श्रेणी में रखा जाता है। इस प्रकार की लकड़ी वैसे पौधों से प्राप्त की जाती है जिनमे बीज उसके फूल में लगाने की बजाए टहनियों पर लगते है। सॉफ्ट होने की वजह से ये पौधे आसानी से कट जाते है। इन पौधों की वृद्धि बड़ी तेजी से होती है। कुछ सॉफ्टवुड निम्न है :

पाइन वुड (Pine Wood)

एक विशेष प्रकार की लकड़ी है जिसका उपयोग खिड़की ,दरवाजा अतः अन्य दूसरे लकड़ी के सामान बनाने में उपयोग किया जाता है। पाइन ट्री मुख्य रूप से उतरी अमेरिका में पाया जाता है। 

सीडर वुड (Cedar Wood)

यह लकड़ी अपने सुगंध के लिए जाना जाता है। इससे एक विशेष प्रकार का सुगंध निकलता है जिससे छोटे कीड़े मकोड़े इसके नजदीक नहीं आते है। यह वजन में बहुत ही हल्का होता है। यह मौसम में परिवर्तन के प्रति बहुत ही बढ़िया प्रतिरोधक क्षमता दिखता है। इसका उपयोग सजाने वाले सामान के लिए किया जाता है। 

फार ट्री (fir Tree)

यह विशेष प्रकार की लकड़ी है जिसका उपयोग जलावन तथा भवन निर्माण में किया जाता है। 

स्प्रूस वुड (Spruce Wood)

यह  लकड़ी हलकी  होती है। इसका उपयोग सीढ़ी ,क्रैट ,जहाज आदि के निर्माण में किया जाता है। यह हल्का होने के साथ साथ मजबूत भी होती है। 

रेडवुड (Red Wood)

यह रेडवुड पौधे से प्राप्त होती है। ये पौधे 300 फ़ीट लम्बे होते है। यह प्रीमियम लकड़ी है और इसका उपयोग महंगे लकड़ी के सामान बनाने के लिए किया जाता है। इस लकड़ी में विशेष प्रकार का रसायन पाया जाता है जिससे इसकी मौसम परिवर्तन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही ज्यादा होती है। इसमें कीड़े भी नहीं लगते है। 

हार्ड वुड (Hard Wood)

यह लकड़ी सोफ़्टवुड के तुलना में बहुत ही ज्यादा डेन्स होती है। उच्च घनत्व होने की वजह से यह बहुत ही मजबूत होती है। ये लकडिया एंजियोस्पर्म पौधों से प्राप्त की जाती है। ज्यादा मजबूती के कारन इनका उपयोग मकान निर्माण में किया जाता है। कंस्ट्रक्शन में उपयोग किये जाने वाले कुछ हार्डवुड निम्न है :
  • ओक वुड 
  • मेपल वुड 
  • चेरी वुड 
  • महोगनी वुड 
  • वालनट वुड 
  • बांस 

उच्च किस्म के टिम्बर की विशेषता क्या है ?

उच्च किस्म के टिम्बर जिसका उपयोग सिविल कार्य में किया जाता है ,उसके पास निम्न भौतिक तथा यांत्रिक (मैकेनिकल) गुण होने चाहिए  :
  • रंग लकड़ी के रंग से उसके मजबूती का पता चलता है। यदि लकड़ी गाड़े रंग की है तब वह सिविल कार्य के लिए उपयुक्त है। 
  • कठोरता - यदि लकड़ी कठोर है तब वह सिकिल कार्य के लिए उपयुक्त है। 
  • नमी की मात्रा - लकड़ी में नमी की मात्रा कम होनी चाहिए। 
  • सिकुड़न और सूजन - समय के साथ टिम्बर में फैलने या सुकड़ने का गुण नहीं होना चाहिए। 
  • मजबूत  - लकड़ी या टिम्बर को मजबूत होना चाहिए जिससे वह भार को सहन कर सके। 
  • घनत्व - टिम्बर के घनत्व से उसकी मजबूती का पता चलता है। उच्च घनत्व वाली लकड़ी पतला तथा मजबूत होता है। 
  • दृढ़ता - टिम्बर में दृढ़ता होनी चाहिए जिससे वह अचानक होने वाले जर्क को सह सके। 

टिम्बर का उपयोग क्या है ?

टिम्बर का उपयोग विभिन्न प्रकार के सेक्टर में किया जाता है जिनमे से कुछ निम्न है :
  • घर बनाने में 
  • सिविल कार्य में स्ट्रक्चर सपोर्ट के लिए 
  • म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बनाने में 
  • खिलौना बनाने में 
  • जलावन के लिए 
  • फर्नीचर में 

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