डीजल इंजन क्या है ?
डीजल इंजन एक आंतरिक दहन इंजन है जिसमे डीजल का उपयोग मुख्य ऊर्जा श्रोत के रूप में किया जाता है। इस इंजन में एक पिस्टन होता है जो एक सिलेंडर के अंदर ऊपर और नीचे घूमता रहता है। जब पिस्टन ऊपर जाता है,तब यह हवा और ईंधन के मिश्रण को अंदर के तरफ खींचता है। जब पिस्टन नीचे जाता है, तो यह मिश्रण को संपीड़ित करता है जिससे मिश्रण का तापमान बढ़ता है। मिश्रण के तापमान में वृद्धि होने की वजह से एक विस्फोट होता है , जिसके परिणामस्वरूप विस्फोट पिस्टन को नीचे की ओरधकेलता है। पिस्टन की यह गति को क्रैंकशाफ्ट में स्थानांतरित होती है जिससे इंजन के पहियों को घुमने की शक्ति मिलती है। डीजल इंजन आमतौर पर गैसोलीन इंजन की तुलना में अधिक कुशल और शक्तिशाली होते हैं, लेकिन ये अधिक प्रदूषण भी पैदा करते हैं।
डीजल इंजन कैसे कार्य करता है ?
- इंटेक स्ट्रोक: इस स्ट्रोक में पिस्टन ऊपर की ओर जाता है, हवा को सिलेंडर में खींचता है।
- कंप्रेस्शन स्ट्रोक: पिस्टन नीचे की ओर जाता है, हवा को अत्यधिक संपीड़ित करता है।
- पावर स्ट्रोक: इस स्ट्रोक में उच्च-संपीड़ित हवा में डीजल ईंधन का इंजेक्शन होता है। ईंधन अनायास ही प्रज्वलित हो जाता है, जिससे एक नियंत्रित विस्फोट होता है जो पिस्टन को नीचे की ओर धकेलता है।
- एग्जॉस्ट स्ट्रोक: इस स्ट्रोक में पिस्टन ऊपर की ओर उठता है और जली हुई गैस सिलेंडर से बाहर निकालती है।
डीजल इंजन के मुख्य घटक (Component of Diesel Engine)
- सिलेंडर: सिलेंडर एक धातु का ट्यूब होता है जिसमे पिस्टन लगा रहता है।
- पिस्टन: पिस्टन एक धातु का टुकड़ा होता है जो सिलेंडर के अंदर ऊपर और नीचे घूमता और गति उत्पन्न होती है।
- पिस्टन रिंग्स: पिस्टन रिंग्स पिस्टन को सिलेंडर की दीवारों के खिलाफ सील करने में मदद करती हैं।
- कनेक्टिंग रॉड: कनेक्टिंग रॉड पिस्टन को क्रैंकशाफ्ट से जोड़ती है।
- क्रैंकशाफ्ट: क्रैंकशाफ्ट इंजन के पहियों को घुमाने के लिए शक्ति प्रदान करता है।
- वाल्व: वाल्व इंजन में हवा और ईंधन के मिश्रण को अंदर - बाहर आने जाने की अनुमति देता हैं।
- टर्बोचार्जर: टर्बोचार्जर इंजन में अधिक शक्ति पैदा करने में मदद करता है।
डीजल इंजन के अनुप्रयोग
डीजल इंजन का उपयोग कई अलग-अलग अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमे से कुछ निचे दिए गए है :- कारें और ट्रक
- बसें और ट्रक
- ट्रेनें और जहाज
- निर्माण उपकरण
- बिजली जनरेटर
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