मापन यंत्र क्या होते है?
मापन यंत्र एक डिवाइस होता है जिसका उपयोग भौतिक राशि को मापने के लिए किया जाता है। इंजीनियरिंग तथा विज्ञान में भौतिक राशि को मापने के लिए विभिन्न प्रकार के मापन यंत्र का उपयोग किया जाता है। जैसे परिपथ में प्रवाहित विधुत धारा को मापने के लिए एमीटर ,विभवान्तर मापने के लिए वोल्टमीटर आदि का उपयोग किया जाता है। मापन यंत्रो को निम्न दो वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है :
- विधुत मापक यन्त्र (Electrical Instrument)
- यांत्रिक मापक यन्त्र (Mechanical Instrument)
यांत्रिक मापक यंत्र क्या होता है?
वैसे मापक यन्त्र जिनका मापन सिध्दांत यांत्रिक राशियों जैसे बल ,दाब के प्रभाव पर आधारित होता है ,यांत्रिक मापन यंत्र कहलाते है। जैसे वरिनियर क्लिपर ,लीवर डायल गेज ,आउटसाइड माइक्रोमीटर इत्यादि ये सभी मापक यंत्र संतुलन सिध्दांत पर कार्य करते है।
विधुत मापक यंत्र क्या होता है?
विधुत इंजीनियरिंग में बहुत सारी भौतिक राशियों का उपयोग किया जाता है ,जैसे वोल्टेज ,विधुत धारा ,चुंबकीय फ्लक्स आदि इन सभी भौतिक राशियों को मापने वाले यंत्रो को विधुत मापक यंत्र कहा जाता है। विधुत मापक यंत्र को दो मुख्य वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है जैसे :
- निरपेक्ष या प्राथमिक मापक यंत्र (Absolute Instrument)
- द्वितीयक मात्रक यंत्र (Secondary Instrument)
प्राथमिक मापक यंत्र क्या होता है?
वैसे मापक यंत्र जो मापने वाली राशि को मापने के बाद बिना किसी दूसरी राशि में परिवर्तित किये सीधे इंगित करते है वैसे मात्रक प्राथमिक मात्रक या निरपेक्ष मापक यंत्र कहलाते है। ये मापक यंत्र, मापने वाली राशि की तुलना किसी दुसरे मानक राशि से नही करते है। मापी गई राशि के परिमाण को पैमाना पर वैसे ही इंगित कर देते है। निरपक्ष मापक यंत्र का सबसे बढ़िया उदहारण तेंजेंट गल्वेनोमीटर है जो अपने से होकर बहने वाली विधुत धारा के परिमाण को सुई के विक्षेपण के रूप में इंगित करता है। निरपेक्ष मापक यंत्र का उपयोग प्रयोगशाला में किया जाता है।
द्वितीयक मापक यंत्र क्या होता है?
वैसे मापक यंत्र जो मापने वाली राशि को किसी दूसरी राशि में परिवर्तित करने के बाद पैमाना पर इंगित करते है ,द्वितीयक मात्रक कहलाते है। द्वितीयक मात्रक ,मापी गई राशि के परिमाण को एक मानक माप के सापेक्ष इंगित करते है। द्वितीयक मापक यंत्र का उपयोग दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली भौतिक राशि को मापने के लिए किया जाता है। आप जितने भी प्रकार के मापक यंत्र देखते है वे सभी द्वितीयक मापक यंत्र होते है। द्वितीयक मापक यंत्र को तीन प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है :-
- सूचक मापक यन्त्र(Indicating Instrument)
- रिकार्डिंग मापक यन्त्र (Recording Instrument)
- इंटीग्रेटिंग मापक यन्त्र(Integrating Instrument)
सूचक मापक यंत्र क्या होता है
वैसे मापक यंत्र जो मापी हुई राशि के परिमाण को एक पॉइंटर की मदद से एक स्केल पर इंगित करते है ,सूचक मापक यंत्र कहलाते है। जैसे साधारण वोल्ट्मीटर ,अमीटर ,फ्लक्समीटर इत्यादि मापे हुए परिमाण को स्केल पर दिखते है।
रिकॉर्डिंग मापक यंत्र क्या होता है
वैसे मापक यंत्र जो मापी हुई राशि के परिमाण को एक निश्चित समय के लिए रिकॉर्ड करते है ,रिकॉर्डिंग मापक यंत्र कहलाते है। इस प्रकार के मापक यंत्र में एक पेन लगा होता है जो कुंडली में प्रवाहित विधुत धारा के कारण उत्पन्न बल से संचालित होता और मापी हुई राषि को रिकॉर्ड करता है।
इंटेग्रटिंग मापक यंत्र क्या होता है
वैसे मापक यन्त्र जो किसी राशि को लगातार मापे तथा मापे गए राशि के परिमाण को रिकॉर्ड रिकॉर्ड भी करे ,तो ऐसे मापक यन्त्र को इंटेग्रटिंग मापक यंत्र कहा जाता है। जैसे एनर्जी मीटर।
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