बड़े बड़े विधुत उपभोगता हो 440 V पर विधुत उर्जा को तीन वायर द्वारा सप्लाई किया जाता है जिसे थ्री फेज सिस्टम कहा जाता है जबकि जब छोटे स्तर के उपभोगता को विधुत उर्जा 220V से 250V पर सिंगल वायर द्वारा सप्लाई की जाती है जिसे सिंगल फेज सिस्टम कहते है। सिंगल फेज के तुलना में थ्री फेज पॉवर सिस्टम के निम्न लाभ है:-
नियत पॉवर सप्लाई (Constant Power Supply)
सिंगल फेज से विधुत उर्जा प्रवाहित होती है तब यह नियत रूप से प्रवाहित नहीं होती है। यह तेजी से बदलती रहती है जिसे Pulasting कहते है। किसी एक समय अन्तराल में सिंगल फेज में प्रवाहित औसत विधुत उर्जा शून्य होता है। जबकि थ्री फेज सिस्टम में विधुत उर्जा का प्रवाह नियत रहता है।
लागत मूल्य (Cost)
किसी दिए गए निश्चित विधुत उर्जा को एक निश्चित दूरी तक सप्लाई करने के लिए उपयोग किये गए वायर का मूल्य 75 प्रतिशत कम होता है यदि इसे थ्री फेज वायर से संचालित किया जाये। अर्थात सिंगल फेज में विधुत उर्जा का संचरण एक स्थान से दुसरे स्थान तक करने में थ्री फेज के तुलना में महंगा पड़ता है।
थ्री फेज मशीन की Rating
किसी मशीन के rating का मतलब उस मशीन की Output क्षमता से होता है। यदि किसी मशीन की रेटिंग ज्यादा है तो इसका मतलब हुआ की इस मशीन की आउटपुट क्षमता ज्यादा है। सामान आकार के थ्री फेज मशीन की Output क्षमता सिंगल फेज मशीन की तुलना में 1.5 गुना ज्यादा होता है।
इलेक्ट्रिकल मशीन से थ्री फेज तथा सिंगल फेज की तुलना
इंडस्ट्री में सिंगल फेज मशीन की तुलना में थ्री फेज इंडक्शन मोटर का उपयोग ज्यादा किया जाता है क्योकि सिंगल फेज इंडक्शन मोटर की तुलना में थ्री फेज इंडक्शन मोटर के निम्न लाभ होते है :-
- सिंगल फेज इंडक्शन मोटर के तुलना में थ्री फेज मोटर self starting होते है अर्थात थ्री फेज मोटर को स्टार्ट करने के लिए किसी बड़े स्टार्टर की जरुरत नहीं होती है।
- सिंगल फेज मोटर की तुलना में थ्री फेज इंडक्शन मोटर की दक्षता (Efficiency) तथा पॉवर फैक्टर अधिक होता है।
- सामान Output Rating के लिए थ्री फेज इंडक्शन मोटर ,सिंगल फेज इंडक्शन मोटर की तुलना में आकार में छोटा तथा हल्का होता है।
- थ्री फेज इंडक्शन मोटर में उत्पन्न बल आघूर्ण (Torque) नियत तथा संतुलित रहता है।
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