-->

zener diode in hindi : जेनर डायोड का उपयोग कैसे किया जाता है ?

Post a Comment

जेनर डायोड का उपयोग 

हमने पिछले पोस्ट जाना की Zener Diode क्या होता है तथा इसका कार्य सिद्धांत क्या है ? इस पोस्ट में हम Zener Diode के उपयोग के बारे में जानेंगे। वैसे तो Zener Diode को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बहुत ज्यादा उपयोग है और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर इसका उपयोग अपने अपने तरीके से करते है। लेकिन Zener Diode को सर्किट में दो प्रकार से उपयोग किया जाता है।
  • (1) Voltage Regulator के जैसा 
  • (2) Over Voltage Protector के जैसा 
हम इन दोनों तरीको के बारे में एक एक कर के जानेंगे।

Zener Diode As Voltage Regulator 

Regulator का मतलब होता है Control/Regulate करना। यदि हम किसी सर्किट से जुड़े लोड के समान्तर एक Zener Diode को जोड़  दे तो यह एक Voltage Regulator की तरह कार्य करता है। जैसा की नीचे के सर्किट डायग्राम में दिखाया गया है। 
ऊपर दिए गए सर्किट डायग्राम के अनुसार Zener Diode के टर्मिनल Voltage V2 Volt है तथा इसी के Across लोड को जोड़ा जायेगा। यदि किसी कारण वश लोड का टर्मिनल Voltage V2 Volt से ज्यादा हुआ तब विधुत श्रोत से निर्धारित विधुत धारा से ज्यादा विधुत धारा का परवाह होने लगेगा जो लोड के सर्किट या लोड को जला सकता है।

इसलिए इस विधुत धारा को रोकना जरुरी होता है और इसी कार्य के लिए सर्किट में लोड के Across V2 Volt का एक जेनर डायोड को जोड़ दिया जाता है। जैसे ही लोड के Across का वोल्टेज V2 Volt से ज्यादा होता है वैसे ही जेनर डायोड एक्टिव हो जाता है जिससे विधुत धारा का परवाह लोड के बजाय जेनर डायोड से होने लगता है और लोड सुरक्षित रह जाता है।

 यदि Zener Diode से प्रवाहित विधुत धारा Iतथा लोड से प्रवाहित विधुत धारा ILहो तो सर्किट में प्रवाहित विधुत धारा को सीमित करने वाले रेजिस्टेंस RLimitingको निम्न तरीके से ज्ञात किया जा सकता है। 

Zener Diode As Over Voltage Protector

Zener Diode As Over Voltage Protector
Over Voltage Zener Diode 
जैसा की ऊपर के सर्किट में दिखाया गया है एक जेनर डायोड को सर्किट से जुड़े लोड के समांतर में जोड़ा गया है। इस सर्किट को इनपुट के साथ सीरीज में एक फ्यूज को भी जोड़ा गया है। किसी कारण बस जब सर्किट का टर्मिनल वोल्टेज एक नियत वोल्टेज से ज्यादा हो जायेगा उस कंडीशन में जेनर डायोड एक्टिव हो जायेगा 

जिससे सर्किट में ज्यादा मात्रा में विधुत धारा का परवाह होने लगेगा और इस अचानक से बढे विधुत धारा के कारण फ्यूज सर्किट को ब्रेक कर देगा। जिससे लोड सप्लाई से डिसकनेक्ट हो जायेगा और सुरक्षित हो जायेगा। 

यह भी पढ़े 


Post a Comment

Subscribe Our Newsletter