माइल्ड स्टील : परिभाषा , गुण ,लाभ हानि एवं उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी - बिजली, वायरिंग, सोलर और टूल्स की जानकारी -->

माइल्ड स्टील : परिभाषा , गुण ,लाभ हानि एवं उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

mild steel in hindi

माइल्ड स्टील क्या है ?

ऐस स्टील जिसमे कार्बन की मात्रा बहुत ही कम होती है उसे माइल्ड स्टील कहते है। माइल्ड स्टील को हिंदी में मृदु इस्पात या हल्का इस्पात कहते है। माइल्ड स्टील में कार्बन की मात्रा बहुत ही कम (0.15 %) पाई जाती है। कार्बन की मात्रा कम होने की वजह से यह अन्य लोहे की तुलना में नरम तथा लचीला होता है। लचीला होने के साथ ही यह बहुत मजबूत होता है जिसके कारण विभिन्न क्षेत्रो में इसका उपयोग किया जाता है। 

माइल्ड स्टील के गुण 

माइल्ड स्टील के गुण निम्न है :
  • मजबूती: माइल्ड  स्टील भले ही हल्का होता है  लेकिन यह लोहे की तरह ही मजबूत होता है। इसमें भार सहने की असीम क्षमता होती है इसलिए इसका उपयोग विभिन्न संरचनात्मक कार्यों में किया जाता है। 
  • लचीलापन: लचीलापन माइल्ड स्टील का एक महत्वपूर्ण गुण है।  इसे आसानी से मोड़ा जा सकता है और वांछित आकार में ढाला जा सकता है।  माइल्ड स्टील के इस गुण का उपयोग विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के निर्माण में किया जाता है। 
  • वेल्डिंग योग्यता : माइल्ड स्टील को आसानी से वेल्ड किया जा सकता है जिससे इसका उपयोग विभिन्न संरचनात्मक भागों को जोड़ने में किया जाता है। यह निर्माण प्रक्रिया को सरल और कुशल बनाता है.
  • मशीनिंग: हल्का स्टील को आसानी से मशीन से काटा, ड्रिल किया जा सकता है। 
  • जंग प्रतिरोध: हल्के स्टील में जंग लगने की संभावना  बहुत कम होती है फिर भी इसे जंग से बचाने के लिए पेंट या अन्य कोटिंग्स का उपयोग किया जाता है। 
  • चुम्बकीय गुण : माइल्ड स्टील में कार्बन की मात्रा कम होती है लेकिन  इसमें लोहे की मात्रा अधिक होती है इसलिए  इसमें चुंबकीय गुण अधिक पाया जाता है।

माइल्ड स्टील के अवगुण 

  • माइल्ड स्टील में लोहे की अधिकता की वजह से जब यह नमी और वायु के संपर्क में आता है तब इसमें  जंग लगने लगता है।
  • विभिन्न प्रकार के धातुओं को ताप देकर उनके गुणों में सुधार किया जा सकता  है लेकिन  माइल्ड को ताप देने पर इसमें  बहुत ही कम सुधार होता है।
  • माइल्ड स्टील अन्य दूसरे  स्टील की तुलना में कम टिकाऊ होता है।
  • माइल्ड स्टील में वेल्डिंग  की क्षमता होती है लेकिन इसमें  वेल्डिंग करना चुनौतीपूर्ण कार्य  है।
  • माइल्ड स्टील में तन्यता का गुण कम होता है। 

माइल्ड स्टील के उपयोग 

माइल्ड स्टील का उपयोग निम्नांकित क्षेत्रो में किया जाता है :
  • निर्माण में : माइल्ड  स्टील का उपयोग स्ट्रक्चरल स्टील, पाइप, तार, जाल आदि के निर्माण में किया जाता है। 
  • ऑटोमोबाइल: माइल्ड  स्टील का उपयोग कार, ट्रक और अन्य दूसरे वाहन के विभिन्न भाग के निर्माण में किया जाता है। 
  • जहाज निर्माण: माइल्ड  स्टील का उपयोग जहाज के विभिन्न कॉम्पोनेन्ट के निर्माण में किया जाता है। 
  • कृषि: माइल्ड  स्टील का उपयोग कृषि उपकरणों और मशीनों के निर्माण में किया जाता है। 
  • घरेलू उपकरण: माइल्ड  स्टील का उपयोग विभिन्न प्रकार घरेलु उपकरण बनाने के लिए किया जाता है। 

यह भी पढ़े 

एक टिप्पणी भेजें

Subscribe Our Newsletter