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VI Characteristics of Diode In Hindi - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 V-I Characteristics क्या होता है?

रिवर्स या फॉरवर्ड बायस में आरोपित वोल्टेज के कारण ,डायोड से प्रवाहित होने वाली विधुत धारा तथा वोल्टेज के बीच के सम्बंध को एक ग्राफ द्वारा दिखाया जाता है। इस प्रकार ग्राफ द्वारा वोल्टेज तथा डायोड करंट को दिखाना डायोड का VI characteristics कहलाता है। जैसा की निचे   दिखाया गया है 
VI Characteristics of Diode
जहाँ  
 I= फॉरवर्ड बायस करंट 
V= फॉरवर्ड बायस वोल्टेज 
V= रिवर्स बायस वोल्टेज 

Forward Bias क्षेत्र 

जब डायोड को फॉरवर्ड बायस मोड में जोड़ा जाता है तब अचानक से डायोड से विधुत धारा का प्रवाह नहीं होने लगता है। डायोड के दोनों टर्मिनल के बीच आरोपित वोल्टेज का मान जब तक Barrier Potential से ज्यादा नहीं हो जाता है तब तक डायोड से विधुत धारा का प्रवाह नहीं होता है। Barrier Potential को ऊपर के ग्राफ में बिंदु A द्वारा दिखाया गया है।  

जब दोनों टर्मिनल के बीच आरोपित वोल्टेज का मान Barrier पोटेंशियल से ज्यादा होता है तब डायोड से विधुत धारा का मान अचानक से बढ़ जाता है और प्रवाहित होने लगता है। इसके बाद Forward वोल्टेज में थोड़ी से बढ़ोतरी होने पर विधुत धारा में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी होती है। 
डायोड के दोनों टर्मिनल के बीच मौजूद फॉरवर्ड वोल्टेज का वह मान जिस पर डायोड से विधुत धारा का प्रवाह प्रारंभ हो जाता है उस वोल्टेज के मान को Cut In Voltage कहा जाता है। 

Reverse Bias क्षेत्र 

जब डायोड को रिवर्स बायस मोड में जोड़ा जाता है तब PN जंक्शन पर मौजूद Depletion layer की चौड़ाई बढ़ने लगती है जिससे Depletion लेयर के दोनों तरफ मौजूद आवेश वाहक (Charge Carrier) PN Junction से दूर भागने लगते है इसी कारन रिवर्स बायस में डायोड से विधुत धारा का प्रवाह नहीं होता है। 

लेकिन यदि डायोड के दोनों टर्मिनल के बीच मौजूद रिवर्स वोल्टेज को लगातार बढ़ाते रहे तब एक समय बाद डायोड से विधुत धारा का प्रवाह होने लगता है। इस रिवर्स वोल्टेज को Reverse Breakdown Voltage कहते है।   के ग्राफ में रिवर्स ब्रेक डाउन वोल्टेज को बिंदु B द्वारा दिखाया गया है। 
वोल्टेज का वह मान जिस पर रिवर्स बायस मोड में डायोड से विधुत धारा का प्रवाह होने लगता है ,वोल्टेज का यह मान  Reverse Breakdown Voltage कहलाता है। 

सामान्यतः कोई भी डायोड रिवर्स मोड में कार्य नहीं करता है क्योकि डायोड को रिवर्स बायस मोड में जोड़ने पर ,जब डायोड का जंक्शन टूटता है तब बहुत ही ज्यादा मात्रा में उष्मीय उर्जा उत्पन्न होता है। इस उष्मीय उर्जा के कारण डायोड जल जाता है। रिवर्स मोड में कार्य करने के लिए कुछ विशेष प्रकार के डायोड बनाये जाते है जिन्हें जेनर डायोड कहा जाता है। 

डायोड के VI Characteristics से मिलने वाली जानकारी  

डायोड का अध्ययन करते समय उसके VI Characteristics की जरुरत पड़ती है। इससे हमें डायोड से सम्बंधित निम्न जानकारी प्राप्त होती है :-
  • डायोड के Cut InVoltage की जानकारी प्राप्त होती है। 
  • Breakdown Voltage की जानकारी प्राप्त होती है। 
  • फॉरवर्ड वोल्टेज तथा फॉरवर्ड करंट की मदद से डायोड की फॉरवर्ड Resistance को ज्ञात किया जा सकता है  

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