ज्योति तीव्रता क्या होता है?
ज्योति तीव्रता किसी प्रकाश श्रोत द्वारा किसी निश्चित दिशा में प्रकाश उत्पन्न करने के क्षमता का माप होता है। दुसरे भाषा में ज्योति तीव्रता प्रकाश श्रोत से किसी दुरी पर स्थित क्षेत्रफल पर प्रकाश फैलने का दर होता है। यह भौतिक राशि है जो प्रकाश श्रोत के क्षमता को दर्शाता है। जिस प्रकाश श्रोत की ज्योति तीव्रता जितनी अधिक होती है वह उतनी ही ज्यादा मात्रा में प्रकाश उत्पन्न करता है। ज्यादा मात्रा में प्रकाश उत्पन्न होने की वजह से किसी वस्तु को देखने में आसानी होती है और आँख पर ज्यादा दबाव भी नहीं पड़ता है। ज्योति तीव्रता को किताबो में निम्न तरीके से परिभाषित किया जाता है :-
किसी एक निश्चित दिशा में प्रकाश स्रोत के एकांक घन कोण में निकलने वाली ज्योति फ्लक्स की मात्रा को उस प्रकाश स्रोत की, उस दिशा में ज्योति तीव्रता कहते हैं।
ज्योति तीव्रता ज्ञात करने का सूत्र क्या होता है?
ज्योति तीव्रता को अंग्रेजी के बड़े अक्षर I द्वारा इंगित किया जाता है। किसी भी प्रकाश श्रोत का किसी क्षेत्र में ज्योति तीव्रता ज्ञात करने के लिए निम्न दिए गए सूत्र का उपयोग किया जाता है :-
जहा
ΔF = ज्योति फ्लक्स
Δω = प्रकाश श्रोत द्वारा अंतरित घन कोण (Solid Angle)
ज्योति तीव्रता का SI मात्रक क्या होता है?
ऊपर दिए गए परिभाषा से ज्ञात होता है की ज्योति तीव्रता किसी प्रकाश श्रोत का गुण है। यह यह एक भौतिक राशि है इसलिए इसका मापन भी बहुत जरुरी है। परिभाषा के अनुसार ज्योति तीव्रता ज्योति फ्लक्स तथा घन कोण का अनुपात होता है। इसलिए इसका मात्रक भी ज्योति फ्लक्स के मात्रक तथा घन कोण के मात्रक का अनुपात होगा
ज्योति तीव्रता का मात्रक = (ज्योति फ्लक्स)/(घन कोण का मात्रक)
ज्योति तीव्रता का मात्रक = (ल्युमेन )/( स्टेरेडियन)
ज्योति तीव्रता का मात्रक = (ल्युमेन )/( स्टेरेडियन)
(ल्युमेन )/( स्टेरेडियन) को कैंडेला कहा जाता है। अर्थात ज्योति तीव्रता का SI मात्रक कैंडेला होता है। इसका विमीय सूत्र [ M L² Tᐨ³] होता है।
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