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विधुत बल्ब में प्रकाश कैसे उत्पन्न होता है? - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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प्रकाश क्या होता है? प्रकाश एक  भौतिक कारक है जिससे वस्तुओ को देखने की संवेदना प्राप्त होती है। आधुनिक विज्ञानं के अनुसार  यह एक प्रकार का विधुत चुमबकीय तरंग होता है जिसकी तरंगदैर्घ्य की परास दृश्य होती है। यह निर्वात में 3 × 108 m/s की गति से चलता है। जिस स्थान पर प्रकाश नहीं होता है उस स्थान पर किसी भी वस्तु को देखा नहीं जा सकता है। दृश्य प्रकाश की तरंगदैर्घ्य 400 से 700 नैनोमीटर होता है।  प्रकाश का उत्पादन कैसे होता है? किसी परमाणु में इलेक्ट्रान नाभिक के चारो तरफ निश्चित कक्षाओ में घूमते रहते है। यदि परमाणु को किसी बाहरी उर्जा श्रोत से उष्मीय उर्जा प्राप्त होती है तब ये घुमने वाले इलेक्ट्रान इस उर्जा को प्राप्त कर उतेजित हो जाते है और अपनी कक्षा को छोडकर अगली उच्च उर्जा स्तर वाले कक्षा में चले जाते है। चूँकि इस दशा में इलेक्ट्रान उतेजित अवस्था में होते है इसलिए ये अस्थिर होते है अतः कुछ क्षण उच्च उर्जा स्तर में रहने के बाद पुनः दुबारा अपने पहले वाली कक्षा में चले आते है। उच्च उर्जा स्तर से निम्न उर्जा स्तर में आते समय ये इलेक्ट्रान प्राप्त किये गए उर्जा को फोटोन के र...

आग : परिभाषा ,प्रकार तथा आग बुझाने की उपाय - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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आग क्या होती है? ज्वलन के दौरान होने वाली ऊष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया में ज्वलनशील पदार्थ  का बहुत तेजी से आक्सीकरण होता है जिससे बहुत ही ज्यादा मात्रा में ऊष्मा ,प्रकाश तथा दुसरे रासायनिक पदार्थ उत्पन्न होते है। ज्वलनशील पदार्थ के इस प्रकार के आक्सीकरण को ही आग कहा जाता है। आग में जब ज्वलनशील पदार्थ जलते है तब ऑक्सीजन के परमाणुओं के बीच मौजूद कमजोर डबल रासायनिक बंधन टूटते है और ज्वलनशील पदार्थ में मौजूद कार्बन तथा ऑक्सीजन के साथ मजबूत  रासायनिक बंधन बनाते है जिससे कार्बन डाई ऑक्साइड तथा जल के अणु का निर्माण होता है और उत्पाद के रूप में जल तथा कार्बन डाई ऑक्साइड बनता है। इस प्रक्रिया के दौरान बहुत ही ज्यादा मात्रा में उष्मीय उर्जा उत्पन्न होता है जिससे आग का तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है।  आग से इन्सान उष्मीय उर्जा उत्पन्न प्राप्त करता है। आग उत्पन्न करने  के लिए लकड़ी या दुसरे दहनशील पदार्थ को जलाया जाता है। इससे प्राप्त उष्मीय उर्जा का उपयोग खाना पकाने आदि जैसे बहुत से कार्य किये जाते है। जब तक  आग इन्सान के नियंत्रण में होता है तब तक इससे उपयोगी कार्य किये...

Laws of illumination in hindi : प्रकार .सूत्र तथा व्याख्या - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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प्रदीपन का नियम क्या है? किसी विशेष क्षेत्र में प्रकाश के तीव्रता के स्तर को प्रदीपन कहा जाता है। इसे अंग्रेजी में Illumination कहा जाता है। प्रकाश हमारे चारो तरफ फैले हुए खुबसूरत दुनिया देखने में आँखों की मदद करता है। लेकिन हमारे आँखे प्रकाश उर्जा के कुछ ही भाग को सुगमता से देख पाती है। जब किसी विशेष क्षेत्र में प्रकाश उर्जा का स्तर बढ़ जाता है तब उस क्षेत्र में रखी हुई वस्तुओ को देखने में कठिनाई होने लगती है। इसलिए यह जरुरी बन जाता है की उस विशेष क्षेत्र में प्रकाश उर्जा का स्तर इतना रहे की देखने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। प्रकाश श्रोत से उत्पन्न होने वाली प्रकाश की तीव्रता को दो प्रकार के नियम से समझा जा सकता है। ये दोनों नियम निम्न है :- व्युत्क्रम वर्गों का नियम (The Inverse Square Law of Illuminance) लैम्बर्ट का कोसाइन नियम (Lambert’s Cosine Law Law of Illuminance) व्युत्क्रम वर्गों का नियम (The Inverse Square Law of Illuminance) यदि एक खोखले गोले के केंद्र पर प्रकाश श्रोत को रख दिया जाए तब इससे उत्पन्न होने वाली प्रकाश उर्जा सामान रूप से गोले के आंतरिक भाग के सतह पर वितर...

luminous intensity in hindi : परिभाषा ,विमा ,सूत्र तथा मात्रक - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 ज्योति तीव्रता क्या होता है? ज्योति तीव्रता किसी प्रकाश श्रोत द्वारा किसी निश्चित दिशा में प्रकाश उत्पन्न करने के क्षमता का माप होता है। दुसरे भाषा में ज्योति तीव्रता प्रकाश श्रोत से किसी दुरी पर स्थित क्षेत्रफल पर प्रकाश फैलने का दर होता है। यह भौतिक राशि है जो  प्रकाश श्रोत के क्षमता को दर्शाता है। जिस प्रकाश श्रोत की ज्योति तीव्रता जितनी अधिक होती है वह उतनी ही ज्यादा मात्रा में प्रकाश उत्पन्न करता है। ज्यादा मात्रा में प्रकाश उत्पन्न होने की वजह से किसी वस्तु को देखने में आसानी होती है और आँख पर ज्यादा दबाव भी नहीं पड़ता है।  ज्योति तीव्रता  को किताबो में निम्न तरीके से परिभाषित किया जाता है :- किसी एक निश्चित दिशा में प्रकाश स्रोत के एकांक घन कोण में निकलने वाली ज्योति फ्लक्स  की मात्रा को उस  प्रकाश स्रोत की, उस दिशा में ज्योति तीव्रता कहते हैं।   ज्योति तीव्रता ज्ञात करने का सूत्र क्या होता है? ज्योति तीव्रता को अंग्रेजी के बड़े अक्षर I द्वारा इंगित किया जाता है। किसी भी प्रकाश श्रोत का किसी क्षेत्र में ज्योति तीव्रता ज्ञात करने के लिए निम...

Solid angle in Hindi : परिभाषा ,मात्रक ,विमा -हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 Solid Angle क्या होता है? किसी सतह को बनाने वाली बाहरी वक्र रेखा के सभी बिन्दुओ को कुछ दुरी पर स्थित एक बिंदु से मिलाने पर जो कोण बनता है उसे ठोस कोण या घन कोण कहा जाता है। इसे अंग्रेजी में Solid Angle कहा जाता है। ज्यामिति में ठोस कोण  एक निश्चित बिंदु से  किसी वस्तु द्वारा ,किसी क्षेत्र को Cover किये गए भाग को मापने का तरीका है। इससे यह ज्ञात किया जाता है की किसी एक बिंदु से देखने पर कोई वस्तु कितनी लंबी या बड़ी दिखाई देगी। जिस बिंदु से वस्तु को देखा जाता है उस बिंदु को Apex अर्थात शीर्ष कोण  कहा जाता है।  Unit of Solid Angle | घन कोण का मात्रक क्या होता है ? ठोस कोण को एक आयामहीन इकाई में व्यक्त किया जाता है जिसे स्टेरेडियन कहा जाता है तथा इसे Ω से सूचित किया जाता है। शीर्ष कोण को ढकने वाली काल्पनिक इकाई त्रिज्या वाले गोला के इकाई  सतह द्वारा शीर्ष पर अंतरित कोण को एक स्टेरेडियन कहा जाता है।  Solid Angle Formula | घन कोण मापने का सूत्र क्या होता है? ठोस कोण के परिभाषा से ज्ञात होता है की यह एक थ्री डी  कोण है। जो किस क्षेत्रफल द्वारा एक निश्...

illumination meaning in hindi : परिभाषा तथा इससे संबंधित टर्म - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 प्रदीपन क्या होता है? किसी प्रकाश श्रोत से ,प्रकाश उर्जा को उत्पन्न कर किसी क्षेत्र विशेष को दीप्तिमान करना प्रदीपन कहलाता है दीप्तिमान का अर्थ यह हुआ की उस क्षेत्र में  इतनी प्रकाश उर्जा उत्पन्न करना की उसे देखने में किसी भी प्रकार का कोई समस्या न हो।  प्रदीपन को अंग्रेजी में illumination कहा जाता है। यह एक प्रक्रिया है जिसमे किसी क्षेत्र को प्रकाशमय किया जाता है। एयरपोर्ट ,सड़क ,फैक्ट्री ,खेल मैदान आदि जैसे जगह जहा 24 घंटा काम होता रहता है ,वैसे जगह पर रात के समय प्रॉपर लाइट अर्थात प्रकाश की जरुरत होती है। illumination एक भौतिक राशि है जो निम्न तरीके से परिभाषित होती है :- किसी सतह के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर पड़ने वाले Luminous Flux अर्थात प्रकाश उर्जा को Illumination कहा जाता है। इसे lumen/ m 2  व्यक्त किया जाता है।  lumen/ m 2  को Lux भी कहा जाता है।   प्रदीपन में प्रकाश तथा प्रकाश श्रोत बहुत महत्वपूर्ण होते है क्योकि प्रकाश की वजह से ही यह देखने लायक है। इसलिए यह जरुरी बन जाता है ,सबसे पहले प्रकाश के बारे में जान लिया जाए।  प्रकाश क्या ...