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[ACB] Air circuit Breaker:- संरचना ,कार्य सिधांत तथा उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 सर्किट ब्रेकर क्या होता है ?

यह नाम से ही ज्ञात होता है की यह एक प्रकार का इलेक्ट्रिकल मशीन या डिवाइस होता है जो सर्किट को ब्रेक अर्थात मुख्य सर्किट से अलग कर देता है। सर्किट ब्रेकर स्वयं संचालित होने वाला इलेक्ट्रिकल स्विच होता है जिसका उपयोग शोर्ट सर्किट यह ओवर current से विधुतीय उपकरण के रक्षा के लिए किया जाता है।इसका मुख्य कार्य विधुत परिपथ में उत्पन्न फाल्ट को डिटेक्ट कर ,फाल्ट वाले परिपथ को मुख्य सर्किट से अलग करना। सर्किट ब्रेकर परिपथ में एक स्विच की तरह ही कार्य करता है। लेकिन यह स्विच से बिलकुल अलग होता होता है। स्विच एक बार जल जाने के बाद दुबारा से नया इंस्टाल करना पड़ता है लेकिंग सर्किट ब्रेकर में ऐसा नहीं होता है। 

Air Circuit Breaker क्या होता है ? 

यह एक प्रकार का ऐसा सर्किट ब्रेकर होता है जिसमे दो इलेक्ट्रोड के बीच उत्पन्न होने वाली स्पार्किंग अर्थात आग के लपटों को बुझाने के लिए  सामान्य वायुमंडलीय दाब हवा का उपयोग किया जाता है। Air Circuit Breaker का प्रयोग 800 एम्पियर से 10000 एम्पियर तक प्रवाहित होने वाले ओवरलोड या शार्ट सर्किट current में सर्किट के सुरक्षा हेतु किया जाता है। आज कल मार्केट में विभिन्न प्रकार के सर्किट ब्रेकर उपलब्ध है। आज कल Air Circuit Breaker का प्रयोग आयल सर्किट ब्रेकर के स्थान पर किया जा रहा है। 

ACB Air Circuit Breaker

Air Circuit Breaker का कार्य सिधांत 

यह सर्किट ब्रेकर भी अन्य  सर्किट ब्रेकर की तरह दो इलेक्ट्रोड के बीच उत्पन्न हुए अर्ककिंग (आग़ की लपट) को बुझाने के सिधांत पर ही कार्य करता है लेकिन इसमें अर्किंग को समाप्त करने की विधि अलग होती है। चूँकि Air Circuit Breaker 450 की वोल्टता पर कार्य करता है इसलिए इसमें दोनों इलेक्ट्रोड के बीच उत्पन्न विधुत क्षेत्र (Electric Field Intensity) की तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं होती है।

 दोनों इलेक्ट्रोड के बीच संपर्क टूटने के बाद घुमने वाला हिस्सा जब अलग हो जाता है तब मुख्य विधुत धारा प्रवाहित करने वाली इलेक्ट्रोड पर ही आर्किंग होती है। जब दोनों इलेक्ट्रोड के बीच में हवा को प्रवाहित किया जाता है तब दोनों इलेक्ट्रोड के बीच प्रतिरोध बढ़ जाता है जिससे दोनों इलेक्ट्रोड के बीच विभवान्तर ड्राप अचानक बढ़ जाता है और इस वोल्टेज ड्राप को बनाये रखने के लिए मुख्य इलेक्ट्रोड से विधुत धारा का प्रवाह नहीं होता है जिससे अर्किंग बंद हो जाती है। 

Air Circuit Breaker का संरचना 

Air Circuit Breaker को आंतरिक तथा बाहर से विभिन्न प्रकार के डिवाइस को आपस में जोड़कर बनाया जाता है। बाहर से देखने पर बंद या चालू करने वाले स्विच के अलावा मुख्य इलेक्ट्रोड के कांटेक्ट को इंगित करने वाला इंडिकेटर ,कंट्रोलर नेमप्लेट आदि ही दिखाई देता है। Air circuit Breaker के आंतरिक भाग में इसके मुख्य भाग को सपोर्ट करने वाले इन्त्रुमेंट के अलावा दो जोड़ा इलेक्ट्रोड लगे होते है। ट्रिप unit के सुरक्षा के लिए Current Transformer का प्रयोग किया जाता है। 
ACB
Image Credit:www.electricalpaathshala.com/

Air Circuit Breaker का उपयोग 

  • Air Circuit Breaker का उपयोग ऐसे पॉवर प्लांट में किया जाता है जहाँ आग लगने की संभावना होती है। 
  • Air Circuit Breaker का उपयोग 1200 वोल्ट तक कार्य करने वाले AC और DC सर्किट के किया जा सकता है। 

Air Circuit Breaker उपयोग के लाभ 

  • Air Circuit Breaker में  मेंटेनेंस का खर्च बहुत ही कम होता है। 
  • यह तेजी से कार्य करता है। 
  • आयल सर्किट ब्रेकर के तुलना में आग लगने की संभावना नहीं होती है। 
  • अर्किंग कण्ट्रोल तेजी से होता है इसलिए इलेक्ट्रोड कांटेक्ट जलने की संभावना बहुत कम होती है। 
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