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thermodynamics in hindi : परिभाषा ,प्रकार तथा उदहारण - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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 उष्मागतिकी किसे कहते है?

Thermodynamics को हिंदी में उष्मागतिकी कहते है। ऊष्मा से तात्पर्य है उष्मीय उर्जा तथा गतिकी से तात्पर्य है गति उत्पन्न करना। अर्थात इन दोनों शब्दों को आपस में मिला दे तब इसका मतलब निकलता है की उष्मीय उर्जा से गति उत्पन्न करना ही उष्मागतिकी कहलाता है। हम सभी जानते है की ऊष्मा एक प्रकार की उर्जा होती है और किसी गति करती हुई वस्तु के पास गतिज उर्जा होती है। अर्थात उष्मागतिकी में उष्मीय उर्जा को गतिज उर्जा में परिवर्तित किया जाता है। विज्ञानं में उष्मागतिकी को निम्न तरीके से परिभाषित किया जाता है :
उष्मागतिकी विज्ञान की वह शाखा है जिसमे किसी सिस्टम से संबंधित ,उर्जा ,तापमान ,ऊष्मा तथा कार्य का एक दुसरे में परिवर्तन की व्याख्या किया जाता  है। 

 

thermodynamics in hindi

मोटे तौर पर, थर्मोडायनामिक्स ऊर्जा के एक स्थान से दूसरे स्थान और एक रूप से दूसरे रूप में स्थानांतरण से संबंधित है। थर्मोडायनामिक्स में हमेशा किसी सिस्टम से संबंधित उर्जा ,तापमान आदि की ही व्याख्या करता है। इसलिए यह जरुरी बन जाता है की हमें सिस्टम की समझ हो। बिना सिस्टम के जानकरी के थर्मोडायनामिक्स के मूलभूत सिध्दांतो नहीं समझा जा सकता है। सिस्टम को हिंदी में निकाय कहा जाता है।

सिस्टम क्या होता है?

सिस्टम जिसे हिंदी में निकाय कहते है,एक सापेक्षिक शब्द है। सिस्टम निरपेक्ष नहीं होता है। सिस्टम को हमेशा किसी के सापेक्ष ही परिभाषित किया जाता है। जैसे हमारे घर का प्रत्येक कमरा,हमारे घर के सापेक्ष एक सिस्टम होगा और हमारा घर बाहरी वातारण के सापेक्ष एक सिस्टम है और यह वातावरण ब्रह्माण्ड के सापेक्ष एक सिस्टम है। अर्थात इस ब्रह्माण्ड का वह भाग जिसे चुनकर हम उसका विश्लेषण करते है निकाय कहलाता है। विज्ञानं में सिस्टम को तीन प्रकार से वर्गीकृत किया गया है जो निम्न है :
  • खुला निकाय  (Open  System)
  • बंद निकाय  (Closed System)
  • विलगित निकाय (Isolated System)

खुला निकाय क्या होता है?

ऐसा सिस्टम जो अपने चारो तरफ के वातावरण से द्रव्यमान तथा ऊर्जा का आदान प्रदान कर सके खुला निकाय अर्थात ओपन सिस्टम कहलाता है। जैसे किसी खुले बर्तन में पानी को गर्म करना। चूँकि बर्तन का उपरी भाग खुला हुआ है अतः पानी बाहरी वातावरण से उर्जा ले भी सकता है और वातावरण को उर्जा दे भी सकता है। यदि पानी को ज्यादा समय तक गर्म किया जाए तब यह भाप बनकर उड़ भी सकता है जिससे पानी के द्रव्यमान में कमी होने लगेगी। अर्थात खुला बर्तन एक ओपन सिस्टम बनाता है। 

बंद  निकाय क्या होता है?

ऐसा सिस्टम जो अपने चारो तरफ के वातावरण से केवल ऊर्जा का आदान प्रदान करता है बंद निकाय अर्थात क्लोज्ड सिस्टम कहलाता है। बंद निकाय से किसी भी प्रकार से द्रव्यमान का आदान प्रदान बाहरी वातावरण से नहीं होता है। यदि हम किसी ऊष्मा चालक वाले बर्तन में पानी को बंदकर गर्म करे तब बर्तन के सतह से उष्मीय ऊर्जा बहरी वातावरण में जा सकती है लेकिन भाप बना हुआ पानी बाहर निकल नहीं  सकता है जिससे बंद बर्तन के पानी का द्रव्यमान सदैव नियत बना रहेगा। 

विलगित  निकाय क्या होता है?

वैसा सिस्टम जो अपने बाहरी वातावरण से न तो द्रव्यमान  और न ही ऊर्जा का आदान प्रदान करता है विलगित अर्थात आइसोलेटेड सिस्टम कहलाता है। आइसोलेटेड सिस्टम का सबसे बढ़िया उदहारण थरमस है। जिसमे रखे हुए चाय लम्बे समय तक गर्म रहता है। 

किसी भी प्रकार के निकाय का पूर्ण अध्ययन करने के लिए उस निकाय से सम्बंधित या उस निकाय को बनाने वाली कुछ भौतिक राशिय (जैसे तापमान ,विशिष्ट ऊष्मा ,आयतन ,घनत्व ,द्रव्यमान ,मोल आदि ) होती है जो निकाय को परिभाषित करती है। ये भौतिक राशिय पुरे सिस्टम या तो नियत होती है या परिवर्तनशील। चूँकि ये सभी भौतिक राशिय किसी भी सिस्टम के घटक होती है और सिस्टम के गुण को दर्शाती है। इनके आधार पर ही सिस्टम के गुण को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है जो निम्न है :
  • गहन गुण (Intensive Properties)
  • व्यापक गुण (Extensive Properties)

इंटेंसिव प्रॉपर्टी क्या होता है?

किसी सिस्टम का वह गुण जो पदार्थ के परिमाण पर नहीं ,पदार्थ के नमूने पर निर्भर करता है इंटेंसिव प्रॉपर्टी कहलाता है। जैसे सोना और चांदी विधुत के अच्छा चालक होते है। विधुत धारा छोटे या बड़े दोनों आकार के चालक में सामान प्रकार से प्रवाहित होंगे। अतः चालकत इंटेंसिव प्रॉपर्टी हुआ। इसके अतिरिक्त घनत्व ,प्रतिरोधकता अपवर्तनांक आदि इंटेंसिव प्रॉपर्टी का उदहारण है। 

एक्सटेंसिव प्रॉपर्टी क्या होता है?

किसी सिस्टम का वह गुण जो पदार्थ के नमूने पर नहीं बल्कि पदार्थ के परिमाण पर निर्भर करता है एक्सटेंसिव प्रॉपर्टी कहलाता है। ऐसे आयतन ,किसी गिलास में पानी मात्रा तथा किसी कूकर में पानी की मात्रा ,दोनों का द्रव्यमान अलग होगा क्योकि दोनों का आयतन भिन्न भिन्न है। इसलिए आयतन ,द्रव्यमान ,ऊष्मा धारिता ,मोल की संख्या आदि एक्सटेंसिव प्रॉपर्टी है। 

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