Showing posts with the label
AC
थ्री फेज वोल्टेज सिस्टम क्या है ? विधुत पावर के संसार में विधुत ऊर्जा का उत्पादन और सम्प्रेषण थ्री फेज प्रणाली द्वारा किया जाता है। थ्री फेज वोल्टेज को तीन अलग अलग वायर में उत्पन्न कर सुदूर उपभोगता…
बहुफेज एसी सर्किट की अवधारणा तथा सिंगल फेज के तुलना में उसके लाभ विधुत इंजीनियरिंग में, विधुत ऊर्जा के दो मुख्य स्वरूप होते हैं - दिष्ट धारा (DC) और प्रत्यावर्ती धारा (AC)। एसी का मतलब है कि धारा …
प्रत्यावर्ती विधुत धारा किसे कहते है ? ऐसी विधुत धारा जिसका परिमाण तथा दिशा आवर्त रूप से बदलता रहे उसे प्रत्यावर्ती विधुत धारा कहते है। प्रत्यावर्ती विधुत धारा को एम्पियर में मापा जाता है। यह एक सदिश…
प्रत्यावर्ती विधुत धारा क्या होता है? कोई भी विधुत धारा जिसका परिमाण किसी निश्चित समय अंतराल में बदलता रहे उसे प्रत्यावर्ती विधुत धारा कहते है। जैसे यदि हमारे घर में उपयोग होने वाली विधुत धारा की आ…
प्रत्यावर्ती विधुत परिपथ में कालांतर क्या होता है? किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती वोल्टेज का श्रोत जोड़ देने पर परिपथ में प्रवाहित होने वाली विधुत धारा की आवृति हमेशा प्रत्यावर्ती वोल्टेज के आवृति के बरा…
प्रत्यावर्ती वोल्टेज तथा प्रत्यावर्ती धारा कैसे उत्पन्न होती है ? जब आयताकार या वृताकार कुंडली (Coil) को चुंबकीय क्षेत्र में तेजी से घुमाया जाता है तो कुंडली से होकर गुजरने वाली चुंबकीय बल रेखाए अर्थ…
बचपन से हम चुम्बक को देखते आये है। रेडियो के स्पीकर को तोड़कर चुम्बक निकलना और उस चुम्बक को रस्सी या धागे से बांधकर अपने बगल वाली नाली में डाल कर लौह पदार्थ को निकलना जैसे प्रयोग हमें में से लगभग सब…