आज की इंडस्ट्री में जहाँ हर सेकंड का डेटा और सटीकता मायने रखती है, वहाँ इलेक्ट्रोफ्लोमीटर (Electromagnetic Flowmeter) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। पानी की सप्लाई से लेकर केमिकल प्लांट तक, हर जगह हमें यह जानने की जरूरत होती है कि पाइपलाइन से गुजरने वाला तरल कितना है।
इलेक्ट्रोफ्लोमीटर क्या है?
इलेक्ट्रोफ्लोमीटर एक ऐसा फ्लो मीटर है जो फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण सिद्धांत पर काम करता है। जब कोई चालक तरल चुंबकीय क्षेत्र से गुजरता है तो उसमें एक छोटा विद्युत वोल्टेज उत्पन्न होता है। यह वोल्टेज तरल की गति (velocity) और प्रवाह दर (flow rate) के सीधे अनुपात में होता है।इसी वोल्टेज को सेंसर पकड़ते हैं और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम इसे डिजिटल रीडिंग में बदल देता है।
Electroflowmeter Working Principle
पाइपलाइन के चारों ओर इलेक्ट्रोमैग्नेट्स लगे होते हैं।जब ये मैग्नेट चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करते हैं और तरल पाइप से गुजरता है, तो इलेक्ट्रोड्स के बीच वोल्टेज पैदा होता है।यह वोल्टेज तरल की गति और फ्लो के अनुपात में होता है डिवाइस इसे मापकर हमें flow rate बता देता है।Flow Meter Types में Electroflowmeter की खासियत
- इसमें कोई मूविंग पार्ट्स नहीं होते।
- यह high accuracy flow meter माना जाता है।
- इसे conductive fluids (जैसे पानी, दूध, केमिकल्स) के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- Pressure loss लगभग शून्य होता है।
उपयोग के क्षेत्र (Applications of Electromagnetic Flowmeter)
- Water Supply Systems – शहरों में पानी की सप्लाई की निगरानी।
- Waste Water Treatment – गंदे पानी का फ्लो मापने के लिए।
- Chemical Industry – तरल रसायनों की सटीक माप।
- Food & Beverage – दूध, जूस और पेय पदार्थों का प्रवाह नियंत्रण।
- Power Plants – बॉयलर फीड वाटर और कूलिंग वॉटर की मॉनिटरिंग।
- फायदे (Advantages of Electroflowmeter)
- लंबे समय तक स्थिर और भरोसेमंद परिणाम।
- Maintenance की जरूरत बहुत कम।
- डिजिटल आउटपुट (SCADA, PLC से कनेक्ट करने योग्य)।
- किसी भी conductive liquid को माप सकता है।
सीमाएँ (Limitations)
- केवल conductive liquids के लिए काम करता है।
- शुरुआती लागत थोड़ी अधिक हो सकती है।
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