कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम (CCS) की पूरी जानकारी - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी
Combined Charging System क्या है ?
वर्तमान समय में विधुत वाहन का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। विधुत वाहन में सबसे बड़ी समस्या चार्जिंग को लेकर है। समय समय पर चार्जिंग समस्या को लेकर विभिन्न प्रकार के फ़ास्ट चार्जर को बाजार में लांच किया गया है जिसमे पहला फ़ास्ट डीसी चार्जर जापानी कंपनियों द्वारा लांच किया जिसे CHADEMO के नाम से जाना जाता है। यूरोप तथा अमेरका में Type-1 तथा Type-2 ए०सी चार्जर को लांच किया गया है। इन दोनों चार्जर के अपने गुण तथा दोष थे। इसके बाद चाइनीज़ कंपनियों ने अपना GB/T डीसी फ़ास्ट चार्जर को बाजार में लांच किया। इन तीनो प्रकार के चार्जर में अलग अलग तकनीक का उपयोग किया गया है। मतलब जिस चार्जर का इनलेट सॉकेट विधुत वाहन में लगा है ,वह वाहन उसी चार्जर से चार्ज होगी।
Type-1 तथा Type-2 ए०सी चार्जर है जबकि CHADEMO तथा GB/T डीसी फ़ास्ट चार्जर है। ए०सी कनेक्टर वाली गाड़िया डीसी कनेक्टर वाली चार्जर से चार्ज नहीं हो सकती और डीसी कनेक्टर वाली गाड़िया ए०सी चार्जर से चार्ज नहीं हो सकती। ए०सी तथा डीसी को एक ही कनेक्टर में कंबाइन कर जो चार्जिंग सिस्टम बनाई गई उसे Combined Charging System अर्थात CCS कहते है।
इस चार्जिंग सिस्टम में विधुत वाहन मालिक अपने वाहन को स्लो ए०सी या फ़ास्ट डीसी चार्जर में से किसी से भी चार्ज कर सकते है। CCS चार्जिंग सिस्टम की कुल क्षमता कुछ किलोवाट से लेकर कई सौ किलोवाट तक होती है। CCS चार्जिंग क्षमताओं का विस्तार इसे विशिष्ट चार्जिंग सिस्टम बनाता है। इससे छोटे वाहन से लेकर बड़े वाहन को आसानी से चार्ज किया जा सकता है।
कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम (CCS) के प्रकार
कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम दो प्रकार की होती है जो निम्न है :
- कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम -1 (CCS 1)
- कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम -2 (CCS 2 )
कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम -1 क्या है ?
यह Type-1 ए०सी चार्जर तथा डीसी फ़ास्ट चार्जर का कंबाइन रूप है। इसके कनेक्टर में टाइप-1 ए०सी तथा फ़ास्ट डीसी चार्जर के पिन होते है। इसे संक्षिप्त रूप में CCS 1 चार्जर भी कहते है। यह मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका में उपयोग किया जाता है। CCS1 चार्जिंग सिस्टम मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और उतरी अमेरिका के कुछ अन्य देशों में उपयोग किया जाता है। इसमें एक चार्जिंग कनेक्टर है जो टाइप-1 ए०सी चार्जिंग कनेक्टर है , जिसे SAE J1772 कनेक्टर और दूसरा CCS DC फास्ट चार्जिंग कनेक्टर के रूप में भी जाना जाता है। CCS 1 कनेक्टर को निचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है।
ऊपर दिए गए चित्र से ज्ञात होता की ककस CCS1 चार्जिंग कनेक्टर में कुल 7 पिन होता है। इनमे से दो (CP तथा PP) पिन चार्जर तथा विधुत वाहन के बीच चार्जिंग सम्बंधित सूचना का आदान प्रदान करते है। इन सभी पिन की जानकारी निचे दी गई है।
L 1 = यह सिंगल फेज पावर सप्लाई के लिए होता है।
N = यह सिंगल पिन न्यूट्रल होता है।
PE = यह अर्थ सुरक्षा पिन होता है। यह चार्जर के बॉडी को पृथ्वी से जोड़ता है।
CP = यह चार्जर तथा गाड़ी के बीच बैटरी तथा चार्जर के पैरामीटर (वोल्टेज,करंट ,कुल क्षमता) को साझा करता है। PP = यह चार्जर तथा गाड़ी के बीच इंसुलेशन तथा कनेक्टर की जानकारी साझा करता है।
CP = यह चार्जर तथा गाड़ी के बीच बैटरी तथा चार्जर के पैरामीटर (वोल्टेज,करंट ,कुल क्षमता) को साझा करता है। PP = यह चार्जर तथा गाड़ी के बीच इंसुलेशन तथा कनेक्टर की जानकारी साझा करता है।
DC+,DC - = यह डीसी फ़ास्ट चार्जिंग के लिए विधुत वायर पिन होता है।
कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम -2 क्या है ?
यह Type-2 ए०सी चार्जर तथा डीसी फ़ास्ट चार्जर का कंबाइन रूप है। इसके कनेक्टर में टाइप-2 ए०सी तथा फ़ास्ट डीसी चार्जर के पिन होते है। इसे संक्षिप्त रूप में CCS 2 चार्जर भी कहते है। यह मुख्य रूप से यूरोप में उपयोग किया जाता है। CCS2 चार्जिंग सिस्टम मुख्य रूप यूरोप के सभी देश के विश्व के अन्य देशों में भी उपयोग किया जाता है। इसमें एक चार्जिंग कनेक्टर है जो टाइप-2 ए०सी चार्जिंग कनेक्टर है , जिसे IEC 62196 कनेक्टर और दूसरा CCS DC फास्ट चार्जिंग कनेक्टर के रूप में भी जाना जाता है। CCS 2 कनेक्टर को निचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है।
ऊपर के चित्र में बाये तरफ दिखाया गया कनेक्टर डीसी फ़ास्ट कनेक्टर है जबकि दाए तरफ दिखाया गया कनेक्टर ए०सी कनेक्टर है। CCS 2 चार्जिंग सिस्टम का इनलेट कनेक्टर जिस गाड़ी में लगा हुआ होता है उसमे CCS 2 ए०सी या डीसी दोनों प्रकार चार्जर कनेक्टर को लगाया जा सकता है। CCS 1 में जितने पिन सूचना आदान प्रदान करने के लिए उपयोग किये जाते वे सभी पिन CCS 2 में भी उपयोग किये जाते है।
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