विधुतरोधी पदार्थ क्या होता है ?
वैसे पदार्थ जिनका आंतरिक प्रतिरोध बहुत ही ज्यादा होता है उसे विधुतरोधी कहते है। उच्च प्रतिरोध होने की वजह से विधुतरोधी पदार्थ का उपयोग चालक के उपर किया जाता है दुनिया में बड़ी संख्या में ऐसे पदार्थ पाए जाते है जिनका आंतरिक प्रतिरोध बहुत ज्यादा होता है लेकिन इन सभी पदार्थो को विधुतरोधी के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में विधुतरोधी पदार्थ के रूप में उपयोग होने के लिए किसी विशेष पदार्थ के पास आंतरिक प्रतिरोधकता के साथ साथ निम्न भौतिक गुण होना चाहिए :-
- विश्वसनीयता
- उपलब्धता
- अनुकूलन क्षमता
- मशीनिंग संचालन
- कीमत
किसी एक विशेष प्रकार के विधुत उपकरण के लिए एक विशेष प्रकार के विधुतरोधी पदार्थ की जरुरत पड़ती है। इस कथन को हम निम्न उदहारण से समझ सकते है। जैसे किसी विधुत हीटर में उपयोग किये जाने वाले विधुतरोधी पदार्थ के पास उच्च प्रतिरोधकता के साथ साथ उसका गलनांक भी बहुत ज्यादा होना चाहिए क्योकि ऑपरेशन के दौरान हीटर का तापमान 1100 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा हो जाता है इसके विपरीत किसी वायर में उपयुक्त होने वाले विधुतरोधी का गलनांक 100 डिग्री सेल्सियस भी रहे तो यह बढ़िया से कार्य कर सकता है।
विधुतरोधी पदार्थ के पास क्या लक्षण होना चाहिए ?
एक अच्छे विधुतरोधी पदार्थ के पास निम्न लक्षण होना चाहिए :-
- उच्च आंतरिक प्रतिरोध
- उच्च पारावैधुत शक्ति
- कम से कम तापीय फैलाव
- जब आग के संपर्क में आये तब आसानी जले नहीं
- धुँआ ,जल ,अम्ल तथा दूसरे हानिकारक गैस के प्रति प्रतिरोधकता दिखाए
- इसके संपर्क में आने वाले दूसरे पदार्थ में किसी प्रकार हानि नहीं हो
- उच्च यांत्रिक शक्ति
- उच्च उष्मीय चालकता
- कम पारगम्यता
- उच्च उष्मीय शक्ति
- थर्मल और रासायनिक परिवर्तन के लिए प्रतिरोधी होना चाहिए।
ऊपर लिखित सभी गुणों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न तापमान पर उच्च प्रतिरोधकता के आधार पर विधुतरोधी पदार्थ को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत किया गया है :-
वर्ग - A
वर्ग - B
वर्ग - C
वर्ग - E
वर्ग - H
वर्ग - F
वर्ग - Y
वर्ग - A क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो अधिक से अधिक 105 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी के कुछ विधुत रोधी पदार्थ तेल में डूबा हुआ रुई ,वार्निश पेपर , रेसिन आदि है।
वर्ग - B क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो अधिक से अधिक 130 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी में अकार्बनिक पदार्थ जैसे माइका ,ग्लास फाइबर आदि समिलित है।
वर्ग - C क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो 180 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी में माइका ,ग्लास ,चीनी मिटटी आदि जैसे पदार्थ सम्मिलित है।
वर्ग - E क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो अधिक से अधिक 120 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी में पाउडर प्लास्टिक, पॉलीविनाइल एपॉक्सी रेजिन आदि पदार्थ समिलित है।
वर्ग - F क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो अधिक से अधिक 155 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी में अभ्रक, पॉलिएस्टर एपॉक्साइड उच्च गर्मी प्रतिरोध में वार्निश पदार्थ समिलित है।
वर्ग - Y क्या है ?
इस वर्ग में वैसे विधुत रोधी पदार्थ को वर्गीकृत किया गया है जो अधिक से अधिक 155 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ऑपरेट होते है। इस श्रेणी में कपास, कागज, रेशम और इसी तरह के कार्बनिक पदार्थ समिलित है।
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