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विधुत ऊर्जा के श्रोत : विधुत ऊर्जा का उत्पादन कैसे किया जाता है ?

विधुत ऊर्जा,ऊर्जा का एक रूप है जो किसी चालक में एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक इलेक्ट्रॉनों की गति के परिणामस्वरूप होता है। यह एक द्वितीयक ऊर्जा स्रोत है क्योकि इसे ऊर्जा के अन्य प्राथमिक स्रोत, जैसे जीव…

थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर:परिभाषा ,कार्य सिद्धांत तथा उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर क्या है ? थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर (TEG) एक ऐसा उपकरण है जो सीबेक प्रभाव का उपयोग करके थर्मल एनर्जी  को विधुत  ऊर्जा में परिवर्तित करता है। थर्मो इलेक्ट्रिक जनरेटर सॉलिड स्टेट ड…

फोटो वोल्टेइक : परिभाषा , कार्य सिद्धांत तथा उपयोग -हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

फोटो वोल्टेइक सेल क्या है ? फोटो वोल्टेइक सेल को हिंदी में प्रकाश विधुत कहते है। यह अर्द्धचालक उपकरण है जो प्रकाश को सीधे विधुत में परिवर्तित कर देता है। इसे सोलर सेल भी कहते है। अर्द्धचालक एक विशेष …

भारत में इंजीनियरिंग कॉलेज स्टूडेंट को दी जाने वाली स्कालरशिप ,यदि आप इंजीनियरिंग छात्र है तो अभी अप्लाई करे

भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली स्कालरशिप  इंडिया के किसी प्राइवेट या सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग करने का पूरा फी सामान्यतः 8 से 20 लाख के करीब होता है। बहुत से स्टूडेंट के लिए इतनी बड़ी…

थ्री फेज वोल्टेज तथा करंट का उत्पादन कैसे किया जाता है ?

थ्री फेज वोल्टेज सिस्टम क्या है ? विधुत पावर के संसार में विधुत ऊर्जा का उत्पादन और सम्प्रेषण थ्री फेज प्रणाली द्वारा किया जाता है। थ्री फेज वोल्टेज को तीन अलग अलग वायर में उत्पन्न कर सुदूर उपभोगता…

विधुत इंजीनियरिंग में बहुफेज ( 2 फेज,3 फेज ,4 फेज ) क्या होता है ?

बहुफेज एसी सर्किट की अवधारणा तथा सिंगल फेज के तुलना में उसके लाभ विधुत  इंजीनियरिंग में विधुत ऊर्जा के दो मुख्य स्वरूप होते है : दिष्ट धारा (DC) और प्रत्यावर्ती धारा (AC)। एसी का मतलब है कि विधुत ध…

linear Induction Motor[LIM] : परिभाषा ,कार्य सिद्धांत , प्रकार तथा उपयोग

लीनियर इंडक्शन मोटर क्या है ? लीनियर इंडक्शन मोटर को हिंदी में रैखिक प्रेरण मोटर कहते है। यह एक विशेष प्रकार की विधुत चुंबकीय मशीन  है जो विधुत धारा तथा चुंबकीय क्षेत्र के परस्पर क्रिया द्वारा रैखिक …
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