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ऑप्टिकल सेंसर : परिभाषा ,कार्य सिध्दांत तथा उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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ऑप्टिकल सेंसर किसे कहते है ? यह एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक विधुत उपकरण है जो प्रकाश  या दूसरे विधुत चुंबकीय तरंगो को डिटेक्ट कर उसे इलेक्ट्रिकल सिग्नल में परिवर्तित करता है। इस उपकरण की मदद से किसी प्रकाश किरण के तीव्रता को विधुत सिग्नल में परिवर्तित कर किसी दूसरे डिवाइस द्वारा दिखाया जाता है। इसका उपयोग कांटेक्ट लेस (जिसे छू नहीं सकते) वस्तु को डिटेक्ट करने के लिए करते है।  ऑप्टिकल सेंसर का कार्य सिध्दांत  ऑप्टिकल सेंसर में एक कंपोनेंट होता है जो प्रकाश का पता लगा सकता है। यह कंपोनेंट फोटोडायोड, फोटोट्रांजिस्टर, फोटोवोल्टेक सेल या अन्य प्रकाश संवेदनशील तत्व हो सकता है। जब प्रकाश इस कंपोनेंट पर पड़ता है, तो यह प्रकाश की तीव्रता के अनुसार एक विधुत धारा या वोल्टेज उत्पन्न करता है और इसी वोल्टेज या करंट के परिमाण को दिखाया जाता है। प्रकाश सेंसर द्वारा उत्पन्न विधुत सिग्नल आम तौर पर कमजोर और एनालॉग होता है। इसे और उपयोगी बनाने के लिए, सेंसर में एंप्लिफायर या सिग्नल कंडीशनिंग सर्किट्री शामिल की जाती है जो सिग्नल की मजबूती को बढ़ाते हैं और आगे की प्रोसेसिंग के लिए उचित स्वरूप मे...

फ्लक्स मीटर : परिभाषा ,कार्य सिद्धांत ,लाभ ,हानि तथा उपयोग - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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फ्लक्स मीटर क्या है ? यह एक मापक यन्त्र है जिसके मदद से किसी चुम्बकीय परिपथ से जुड़े चुम्बकीय फ्लक्स के परिमाण को मापा जाता है। इसमें कोइल या सेंसर लगा हुआ होता है जो चुंबकीय फ्लक्स को डिटेक्ट कर विधुतीय सिगनल में परिवर्तित करता है। इस विधुतीय सिग्नल को सांख्यिक रूप में स्केल पर इसके मात्रक वेबर में व्यक्त किया जाता है। फ्लक्समीटर बैलिस्टिक गैल्वेनोमीटर का उन्नत रूप है जिसमे लो कंट्रोलिंग टार्क तथा ज्यादा इलेक्ट्रोमैग्नेटिक डंपिंग होती है।  फ्लक्स मीटर का कार्य सिध्दांत  फ्लक्स मीटर फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिद्धांत पर कार्य करता है। फ्लक्स मीटर के कार्य सिद्धांत को समझने के लिए फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिध्दांत को समझना होगा जिसके अनुसार यदि किसी  वायर से सम्बंधित चुम्बकीय क्षेत्र में परिवर्तन किया जाए तो उस  वायर में विधुत वाहक बल (EMF) उत्पन्न हो जाती है। इस प्रकार उत्पन्न विधुत वाहक बल का परिमाण चुम्बकीय परिवर्तन होता है।   फ्लक्स मीटर की संरचना एवं बनावट  फ्लक्स मीटर की संरचना एवं बनावट को निचे के चित्र में दिखाया गया है। एक स्थायी चुम्बक क...

इलेक्ट्रिकल बस बार : परिभाषा , प्रकार ,लाभ तथा हानि - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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इलेक्ट्रिकल बस बार क्या है ? चालक या चालकों का ऐसा समूह जो विभिन्न फीडर से आने वाली विधुत ऊर्जा को एक जंक्शन पर इकठ्ठा कर , आवश्यकतानुसार आगे उपयोग के लिए बांटता है उसे इलेक्ट्रिकल बस बार कहते है। विधुत ऊर्जा उत्पादन तथा संचरण प्रणाली में बस बार विधुत ऊर्जा के बंटन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इससे विधुत ऊर्जा को विभिन्न ऊर्जा श्रोत से आसानी ग्रहण कर ,विभिन्न लोड को आसनी से बाँट दिया जाता है।  बस बार में किसी भी प्रकार के दुर्घटना से बचने के लिए Isolaterतथा सर्किट ब्रेकर का उपयोग किया जाता है। किसी भी फाल्ट या शार्ट सर्किट के कंडीशन में सर्किट ब्रेकर ब्रेक हो जाता है जिससे बस बार का फॉल्टी भाग अलग हो जाता है। बस बार के निर्माण में ताम्बा (Copper) या अल्लुमिनियम का उपयोग किया जाता है। बस बार आयताकार ,वर्गाकार  आदि आकर में उपलब्ध होते है। लेकिन पावर सिस्टम में अधिकांशतः आयताकार बस बार ही उपयोग किया जाता है। किसी विशेष कार्य के लिए उपयोग किये जाने वाले बस बार का चयन निम्न कारको पर निर्भर करता है : विश्वसनीयता बस बार का इंस्टालेशन तथा मेंटेनेंस आसान हो।  बस बार  की ला...

इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम को बनाने वाले विभिन्न प्रकार के कॉम्पोनेन्ट - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम क्या है ? विधुत ऊर्जा का उत्पादन सुदूर किसी इलाके में किया जाता है। उत्पन्न हुए विधुत ऊर्जा को ट्रांसमिशन लाइन के मदद से उपयोग करने वाले स्थान पर पहुंचाया जाता है। विधुत उत्पादन क्षेत्र से उपयोग करने तक पहुंचाने ,विधुत ऊर्जा को पहुंचने में एक जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस प्रक्रिय में विधुत जनित्र ,ट्रांसमिशन लाइन ,ट्रांसफार्मर तथा अन्य दूसरे कॉम्पोनेन्ट भाग लेते है। इस प्रकार सभी प्रकार के कॉम्पोनेन्ट से आपस में जुड़कर जो सिस्टम बनता है उसे पावर सिस्टम कहते है। पावर सिस्टम में जुड़े हुए इन सभी कॉम्पोनेन्ट को एक सिंगल लाइन द्वारा दिखाया जाता है जिसे सिंगल लाइन डायग्राम कहते है। जिसे निचे दिखाया गया है।  पावर सिस्टम कॉम्पोनेन्ट  किसी भी पावर सिस्टम में निम्न कम्पोनेंट पाए जाते है : विधुत उत्पादन स्टेशन (Generating Station) ट्रांसमिशन सिस्टम (transmission System) विधुत वितरण सिस्टम (Distribution System) लोड स्टेशन (load Station) विधुत उत्पादन सिस्टम  जैसे की ऊपर सिंगल लाइन डायग्राम में दिखाया गया है की पावर सिस्टम का पहला और मुख्य कॉम्पोनेन्ट G...

झारखण्ड स्टाप सिलेक्शन कमिशन जूनियर इंजीनियर भर्ती - 2023 की पूरी जानकारी

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झारखण्ड स्टाप सिलेक्शन कमीशन भर्ती -2023  झारखण्ड स्टाप  सिलेक्शन कमीशन ने जूनियर इंजीनियर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन माँगा है। जो अभ्यर्थी निम्नांकित योग्यत रखते है वैसे अभ्यर्थी इस पोस्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। इस आवेदन प्रक्रिया से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकरी के लिए इस लेख को अंतिम तक पढ़े।  झारखण्ड स्टाप सिलेक्शन कमीशन भर्ती -2023 के लिए शैक्षिणिक योग्यता  ऑनलाइन आवेदन करने वाले आवेदक के पास तीन वर्षीय डिप्लोमा की डिग्री इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ,मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा सिविल इंजीनियरिंग में होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ पोस्ट ऐसे भी जिसमे आवेदन करने के लिए आवेदक के पास मैकेनिकल ,ऑटोमोबिल ,इलेक्ट्रीशियन या प्लंबिंग में आईटीआई की सर्टिफिकेट होनी चाहिए।   शैक्षणिक योग्यता : डिप्लोमा या आईटीआई   निम्नतम उम्र सिमा :  35 वर्ष  ऑनलाइन आवेदन की प्रारंभिक तिथि : 13/06 / 2023  ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि : 15 /07 /2023  झारखण्ड स्टाप सिलेक्शन कमीशन भर्ती -2023 के लिए आवेदन शुल्क   ऑनलाइन आवेदक का आवेदन ...

विधुत वाहन (EV) के चार्जिंग केबल तथा प्लग की पूरी जानकारी - हिंदी इलेक्ट्रिकल डायरी

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इलेक्ट्रिक कार क्या है ? विधुत ऊर्जा से चलने वाली कार को इलेक्ट्रिक कार या विधुत कार कहते है। वर्तमान समय में दुनिया में विधुत कार का प्रचलन बढ़ रहा है। दुनिया में बढती महंगाई और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या की वजह से लोग विधुत वाहन के तरफ अपना रुख कर रहे है। विधुत वाहन के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप हमारे दूसरे ब्लॉग पोस्ट को पढ़ सकते है। यहाँ हम विधुत वाहन के चार्जिंग के लिए उपयोग होने वाले चार्जिंग केबल तथा प्लग की जानकारी आपके साथ साझा करने वाले है।  एक कार चालक से कार को देखकर पूछा जाए की यह एक साधारण पेट्रोल या डीजल इंजन  कार है या विधुत इंजन कार ,शायद वह इस बात का सीधा जवाब न दे पाए क्योकि दोनों प्रकार की गाड़ियों को बाहरी बनावट एक जैसा ही होता है। विधुत इंजन एवं IC इंजन (Internal Combustion Engine) में मुख्य अंतर उनमे उपयोग होने वाली ईंधन पर है। IC इंजन में पेट्रोल या डीज़ल को दस से पांच मिनट में आसानी से डाला जा सकता है लेकिन विधुत इंजन में ऐसा नहीं है। यहाँ आपको चार्जर पॉइंट पर जाकर अपने गाड़ी को कुछ समय के लिए रूकर चार्ज करना पड़ेगा। केवल इससे ही काम नहीं चलेगा आपको विभ...

इंडिया में बिकने वाली टॉप -5 सबसे सस्ती विधुत वाहन (EV) - विशेषता , कीमत और बहुत कुछ

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विधुत वाहन क्या है ? विधुत ऊर्जा से चलने वाली सभी प्रकार की गाड़ियों को विधुत वाहन कहते है। आज पुरे दुनिया में विधुत वाहन का प्रचलन बढ़ रहा है। विधुत वाहन जिसे इंग्लिश में EV कहते है ,लोगो के बीच लोकप्रिय होती जा रही है। विधुत वाहन से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलता है तथा इनकी दक्षता(efficiency) मोटर वाहन की तुलना में ज्यादा है। इसके अतिरिक्त अन्य दूसरी खुबिया भी लोगो को विधुत वाहन के तरफ आकर्षित कर रही है। विधुत वाहन से सम्बंधित अन्य दूसरी जानकारी के लिए आप हमारे दूसरे ब्लॉग पोस्ट को पढ़ सकते है। यहाँ हम इंडिया में बिकने वाली सस्ती विधुत वाहन की जानकारी आपके साथ साझा करने जा रहे है। इंडिया में सबसे सस्ती एवं ज्यादा बिकने वाली गाड़िया निम्न है : टाटा टियागो EV  टाटा टैगोर EV  टाटा नेक्सॉन EV प्राइम  महिंद्रा XUV400 EV MG ZS EV (1) टाटा टियागो (Tata Tiago EV) इंडिया में टाटा ग्रुप सबसे ज्यादा विधुत वाहन का निर्माण कर रहा है। टाटा टियागो मध्यम वर्ग के लोगो को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह इंडिया में उपलब्ध सबसे सस्ती विधुत कार है। इस विधुत वाहन की विशेषता निम्न है ...